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'कोविड काल में भारत से मिली मदद को नहीं भूलेंगे', जयशंकर से मिलकर बोले US के विदेश मंत्री ब्लिंकन

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन से मुलाकात के बाद जयशंकर ने भी हर मदद के लिए अमेरिका का शुक्रिया कहा. जयशंकर ने बताया कि दोनों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर चर्चा हुई.

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अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन संग एस जयशंकर
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन संग एस जयशंकर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने एस जयशंकर से मीटिंग की
  • मीटिंग के बाद एंटनी जे ब्लिंकन ने भारत का शुक्रिया कहा

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन आज यानी बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले. दो दिन के भारत दौरे पर आए अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों की बात की. उन्होंने बताया कि कोविड संकट के वक्त भारत द्वारा की गई मदद को वह नहीं भूलेंगे और अब भारत की मदद से भी पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने वैक्सीन निर्माण के काम में 25 मिलियन डॉलर की मदद की बात कही है. 

मुलाकात के बाद जयशंकर ने भी हर मदद के लिए अमेरिका का शुक्रिया कहा. जयशंकर ने बताया कि दोनों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर चर्चा हुई. जयशंकर ने कहा कि वैक्सीन निर्माण के लिए प्रमुख कच्चे माल की सप्लाई को बाइडेन प्रशासन ने बंद नहीं किया था, जिसे भारत याद रखेगा.

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने बाद में पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी. मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने लिखा, 'एंटनी से मिलकर अच्छा लगा. बाइडेन भारत और अमेरिका के बीच की साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं, जिसका हम स्वागत करते हैं. यह वैश्विक हित में है.'

इस साल भारत-अमेरिका की 2+2 वार्ता संभव

इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने बताया कि वह और अमेरिका के रक्षा मंत्री ऑस्टिन इसी साल भारत के साथ 2+2 वार्ता कर सकते हैं. इसके लिए भारत के विदेश-रक्षा मंत्री को अमेरिका आने का न्योता दिया गया है.

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भारत संग रिश्तों पर ब्लिंकन ने कहा, 'दुनिया में कुछ ही संबंध ऐसे हैं जो भारत और अमेरिका की दोस्ती से ज्यादा जरूरी होंगे.' वह आगे बोले कि दोनों देश पर्यावरण संरक्षण, कोरोना संकट में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे. चीन की तरफ इशारा करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दोनों देशों की साझेदारी अहम हो जाती है.

ब्लिंकन ने मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के 2006 के भारत दौरे को याद किया. जब बाइडेन ने कहा था कि अगर भारत और अमेरिका साथ रहे तो दुनिया एक शांत जगह बनी रहेगी.

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