
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद कौशल किशोर ने आज मीडिया में एक लेटर जारी किया जिसमें उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से राजधानी के आलम नगर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बुद्धेश्वर धाम किए जाने की मांग की है. सांसद ने यह पत्र शुक्रवार को लिखा था.
मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखे पत्र में अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाले रेलवे स्टेशन आलम नगर के नाम को बदलने की मांग की है. उन्होंने आलमनगर रेलवे स्टेशन का नाम बुद्धेश्वर धाम रखने का जिक्र पत्र में किया है.

सांसद ने अपने पत्र में लिखा, 'समस्त क्षेत्रवासियों, सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में सक्रिय रहने वाले लोगों की तरफ से मुझे एक प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है जिसमें सभी ने मेरे संसदीय क्षेत्र में स्थित आलमनगर रेलवे स्टेशन का नाम बुद्धेश्वर धाम रखने का पुरजोर निवेदन किया है.' मोहनलालगंज सांसद ने पौराणिक मान्यताओं का हवाला देते हुए पत्र में यह भी बताया कि आलमनगर रेलवे स्टेशन उस पौराणिक और आस्था के क्षेत्र में आता है, जो कि प्राचीन मान्यता के अनुसार सीता माता के वनवास गमन के दौरान उन्होंने इस स्थान पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की थी और वर्तमान में यह बुद्धेश्वर धाम के नाम से विख्यात है.
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उन्होंने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि सावन के महीने में बुद्धेश्वर मंदिर में बहुत प्रसिद्ध मेला लगता है. प्रत्येक बुधवार को बड़ी संख्या में आसपास और देश भर से लोग बुद्धेश्वर धाम आते हैं. और तो और उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल में शामिल कर रखा है.
नशा मुक्ति के लिए लिखा पत्र
इसी आधार पर रेल मंत्री पीयूष गोयल से मांग करते हुए सांसद कौशल किशोर ने कहा कि भारतीय जनमानस की भावनाओं और पौराणिक महत्व को देखते हुए आलमनगर रेलवे स्टेशन का नाम बुद्धेश्वर धाम रखा जाए.
इससे पहले सांसद कौशल किशोर ने पिछले दिनों अपने 28 वर्षीय पुत्र की शराब पीने से मौत से आहत होकर नशा मुक्ति हेतु जन जागरण अभियान चलाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था. सांसद ने पत्र में जिक्र किया था कि प्राथमिक शिक्षण संस्थान एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में नशा मुक्ति हेतु जन जागरण अभियान चलाया जाए और प्रार्थना के समय छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति का संकल्प कराया जाए.