scorecardresearch
 

स्वच्छ सर्वेक्षण में UP के 18 शहरों को अवार्ड, लखनऊ 1 स्टार से 3 स्टार रैंकिंग पर पहुंचा

पूरे यूपी में वाराणसी, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद समेत 18 शहरों ने अलग अलग कैटेगरी में अवार्ड जीते हैं. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने संबंधित शहरों के मेयर और अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया.

Advertisement
X
यूपी के 18 शहरों को मिला सम्मान
यूपी के 18 शहरों को मिला सम्मान
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में यूपी के 18 शहरों को अवार्ड
  • अलग अलग कैटेगरी में मिला सभी को अवार्ड

स्वच्छ सर्वेक्षण (Swachh Survekshan) में उत्तर प्रदेश ने नया मुकाम हासिल किया है. इस बार यूपी के 18 शहरों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में स्वच्छता के लिए सम्मानित किया गया है. भारत में हर साल शहरों और कस्बों में स्वच्छता को परखने के लिए 'स्वच्छ सर्वेक्षण' किया जाता है. 

पूरे यूपी में वाराणसी, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद समेत 18 शहरों ने अलग अलग कैटेगरी में अवार्ड जीते हैं. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने संबंधित शहरों के मेयर और अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया. 

यूपी में 2.61 करोड़ शौचायल बने
स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत इस बार यूपी में स्वच्छता की दिशा में काफी सुधार देखने को मिला. राज्य में स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2.61 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया है. इसके अलावा 69,265 सामुदायिक शौचालय, 652 पिंक टायलेट बनाई गईं. 

इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के 12007 वार्ड्स में से 11913 वार्डों में डोर टू डोर कचरा इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि गलियां और सड़कें साफ रहें. गाड़ी वाला आया, घर से कचरा निकाल, स्लोगन गाड़ी में बचाया जाता है. यही वजह है कि लखनऊ ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 'नागरिक प्रतिक्रिया में सर्वश्रेष्ठ राज्य की राजधानी' और 'कचरा मुक्त शहर' (10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए) श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त किया. 

Advertisement

75 जिले खुले में शौच मुक्त
इतना ही नहीं यूपी सरकार का दावा है कि सभी 75 जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. इसके अलावा, मेरठ को 10 से 40 लाख की आबादी की श्रेणी में 'सबसे तेज गति से बढ़ने वाले बड़े शहर' का पुरस्कार मिला, जबकि गाजियाबाद को 'सर्वश्रेष्ठ बड़े शहर के नवाचार और सर्वोत्तम प्रथाओं' का पुरस्कार मिला. नोएडा को 3 से 10 लाख की आबादी की श्रेणी में 'भारत का सबसे स्वच्छ मध्यम शहर' का पुरस्कार मिला. 


 

Advertisement
Advertisement