स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में एक बार फिर नोएडा ने बाजी मार ली है. सर्वेक्षण में 4320 से ज्यादा शहरों ने हिस्सा लिया था और इन शहरों के बीच नोएडा को चौथी रैंक मिली है. नोएडा को 10 लाख से कम आबादी वाले शहर की श्रेणी में भारत के क्लीनेस्ट सिटी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
स्वच्छता के मामले में नोएडा निकला आगे
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि "नोएडा को गार्बेज फ्री सिटी केटिगरी में फाइव स्टार रैंकिंग से सम्मानित किया गया है. फाइव स्टार रैंकिंग का सम्मान भारत में नोएडा सहित सिर्फ 9 शहरों को मिला है. गौरतलब है कि साल 2019 में नोएडा को 250वां स्थान और साल 2020 में नोएडा को 25वां स्थान प्राप्त हुआ था. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नोएडा को भारतवर्ष में 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में चौथा स्थान मिला है. नोएडा अथॉरिटी के द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों पर उन्हें यह अवॉर्ड मिला है.
नोएडा अथॉरिटी ने डोर टू डोर फैब्रिकेटेड वेस्ट कलेक्शन, गीला सूखे कूड़े का निस्तारण, विलोपित कूड़ा घर सहित कई ज़रूरी क़दम उठाये हैं. नियमित तौर पर गंदे होने वाले स्थानों को स्थाई रूप से सुंदर बनाए जाने का भी काम नोएडा अथॉरिटी ने किया है. इस स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नोएडा को उच्च रैंकिंग प्राप्त करने में सहयोग करते हुए नोएडा निवासियों ने 5 लाख 30 हजार सिटीजन फीडबैक दिए गए थे. नोएडा प्राधिकरण द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में प्रतिभाग करते हुए प्रसिद्ध मूर्तिकार पदमश्री एवं पदम विभूषण सम्मान से सम्मानित राम सुतार को नोएडा का स्वच्छता ब्रांड अंबेसडर बनाया गया है.
दिल्ली नगर निगमों का हाल निराशाजनक
लेकिन ऐसा ही हाल दिल्ली के नगर निगमों का नहीं है. इस सर्वे में उनकी रैंकिंग काफी कम रह गई है. देश के 48 शहरों के सूची में आखिरी 10 शहरों में दिल्ली के दो नगर निगम शामिल हुए. उत्तरी दिल्ली नगर निगम का 45 वा जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम को देश के बड़े स्वक्ष शहरों की सूची में 40वां पायदान मिला. हालांकि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को पिछली बार की तरह 31वां स्थान मिला. East MCD के मुताबिक 2020 में ईडीएमसी को 46वां स्थान मिला था. छावनी बोर्ड की श्रेणी में दिल्ली छावनी बोर्ड 2021 के सर्वेक्षण में तीसरे स्थान पर रहा.
नगर निगम मुख्यालय से जुड़े अधिकारी सालाना स्वच्छता सर्वेक्षण में फिसड्डी होने पर मायूस हैं तो वहीं निगम शासित दिल्ली बीजेपी के नेता हलकान हैं. आपको बता दें यह हाल तब है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के बॉर्डर्स पर स्थित कूड़े के ढेर को खत्म करने की चिंता जताई थी और कुछ दिन पहले ही निगम के महापौर ने दिल्ली को कचरा मुक्त बनाने की बात कही थी.