Rahul Gandhi संसद के चालू मॉनसून सत्र के छठे दिन आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट पर चर्चा के दौरान सरकार पर जमकर निशाना साधा. इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में जम्मू कश्मीर विनियोग (नंबर तीन) विधेयक पेश किया. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले दिल्ली के राजेंद्रनगर में आईएएस की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत को लेकर भी सियासी तापमान बढ़ा हुआ है. आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालिवाल ने राज्यसभा, कांग्रेस सांसद मनिक्कम टैगोर ने लोकसभा में चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
हमारा तो मत छीनो भाई- संसद में बोले चंद्रशेखर
आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने नगीना में आईआईटी और एम्स की स्थापना के साथ ही उद्योग लगाए जाने की मांग की. उन्होंने कुल बजट के एक फीसदी से भी कम बजट आवंटित किए जाने को ऊंट के मुंह में जीरा बताते हुए कहा कि हमारी संख्या 25 फीसदी के करीब है. ये नहीं चलेगा. संसाधन संख्या के आधार पर बंटेगा. हमारी सरकार से मांग है कि दलित परिवारों को एक-एक लाख रुपये दी जाए. इस पर 10 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा. जब पूंजीपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये माफ किया जा सकता है तो ये क्यों नहीं किया जा सकता. निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू होना चाहिए. दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने आए तीन लोगों के साथ क्या हुआ, लाशें बनके गए यहां से. आजादी के 75 साल बाद भी एससी-एसटी, पिछड़ों पर अत्याचार हो रहे हैं. जमीन पर कोई काम दिखाई नहीं दे रहा है. शिक्षा और स्वास्थ्य का बजट कम कर दिया गया. देश किस तरफ जा रहा है, नौजवानों का भविष्य क्या है, हमें इसकी भी चिंता करनी चाहिए. वहां बाबा साहब की मूर्ति लगी थी. हाथ जोड़ता नहीं हूं लेकिन आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि उसे फिर से लगवाएगी. जब अंबेडकरवादी गुस्सा हो जाएगा तो ये सरकार दोबारा नहीं दिखेगी.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा कि हमलोग प्री-पोल अलायंस में जनता का वोट लेकर आए हैं और मोदीजी की सरकार पांच साल चलेगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमारजी की जब सरकार बनी थी, तब हमलोग लालटेन युग में थे. हम फिर बिजली युग में आए और अब पीरपैंती परियोजना के बाद हमलोग सरप्लस बिजली युग में आ जाएंगे. बिहार पर किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया. हम आभारी हैं कि इस सरकार ने इसे नोटिस किया. बाढ़ को नोटिस में लिया.
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से सांसद राजू बिष्ट ने टीएमसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अगर करप्शन का ओलंपिक होता तो गोल्ड मेडल टीएमसी को मिलता. राजू बिष्ट ने दार्जिलिंग के चाय बागानों में बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या के घर बनाने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि हमारे गोरखा लोगों को नेपाली कहा जाता है जिसे लेकर हमें बहुत पीड़ा है. उन्होंने गोरखा जातियों को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग भी की.
जेएमएम सांसद विजय कुमार हंसदाक ने कहा कि पूरा का पूरा बजट इतने घंटों का सुन लिया और समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है. हम जितना देते हैं, वही अगर मिल जाए तो हम झारखंड का विकास कर लें. हमारे यहां की हेमंत सरकार से सीख लेनी चाहिए कि किस तरह से काम होता है. बांग्लादेश का बहुत नाम लिया गया. हमारे यहां से कई टन पत्थर जाता है. जो स्थिति आपलोग यहां बना के रखे हैं, यहां से लोग वहां नौकरी के लिए जा रहे हैं. गोड्डा में जो पावर प्लांट है, उससे बांग्लादेश के लिए बिजली जा रही है. सिर्फ और सिर्फ आंकड़ों का खेला खेलकर भ्रमित करने का काम किया जा रहा है. न ये बजट युवाओं के लिए है, न किसानों के लिए है और ना महिलाओं के लिए है. भगवान ने आपको जो बनाया है, उसे ठीक से पूरा कर लीजिए. आपने जितने महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं, आपने उन सबकी सीट्स लूज किया है. ऊपर वाले ने जो संदेश दिया है, आप उसे नहीं समझ रहे तो हमलोग तो यहां इंसान बैठे हैं.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि तिरुवनंतपुरम से ट्रेन पकड़ें तो किसी भी जगह के लिए बजट में कुछ नहीं है. विपक्ष के भी कुछ साथी कह रहे हैं पूरा बिहार और आंध्र प्रदेश को दे दिया गया, इससे भी सहमत नहीं हूं. आंध्र प्रदेश को अमरावती के लिए जो दिया गया है, वह कोई भी सरकार होती तो राजधानी के लिए देना ही था. दूसरा उसमें भी ये कहा गया है सरकार की ओर से कि हम विश्व बैंक से लोन दिला देंगे. इसे लेकर वित्त मंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि वह वास्तव में आंध्र के लिए दे क्या रही हैं. उन्होंने रेल बजट को इसी बजट में मर्ज कर दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि पहले डेढ़ घंटे रेल बजट पढ़ा जाता है, इसमें वित्त मंत्री ने डेढ़ बार भी रेल का जिक्र नहीं किया है. जजों की वैकेंसी भरी जाई. जीएसटी लागू करते समय सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम किया गया था जैसे देश आजाद हो गया हो कर से. इसमें अधिकारियों को इतने अधिकार दे दिए गए हैं कि कहीं भी छापेमारी कर सकते हैं, गिरफ्तार कर सकते हैं. व्यापारी जो सरकार के साथ काम करते हैं, उनका पैसा आता है छह महीने-सालभर बाद. उन्हें जीएसटी देनी होती है तुरंत. इसका परिणाम है कि कंपनियां डूब रही हैं. आपने जो लॉकडाउन लगा दिया अचानक, अब लेबर गांव में पड़े हैं और शहरों की ओर आ नहीं रहे हैं. कहां कालाधन लाने का वादा था, बड़े-बड़े व्यापारी हजारो करोड़ रुपये लेकर विदेश चले गए. कैपिटल एक्सपेंडिचर एक लाख करोड़ कम कर दिया, कहां से रोजगार आएगा. आडवाणीजी ने कहा था कि मजबूत सरकार, मजबूत नेतृत्व. ये मजबूर सरकार वाली स्थिति लग रही है. ताली सब लोग बजाएं, कोई फर्क नहीं पड़ता है. 2014 में भी एक शेर ढ़ा था, आज भी पढ़ रहा हूं- शोहरत की बुलंदी भी पलभर का तमाशा है, जिस शाख पर बैठे हो वह टूट भी सकता है.
छत्तीसगढ़ के रायपुर से बीजेपी के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वर्मा को कोकोद्वीप किसने दिया, पाकिस्तान किसने बनाया. बृजमोहन ने कहा कि ये बात करते हैं पेपरलीक और भ्रष्टाचार की, छत्तीसगढ़ में इनके समय में इतना भ्रष्टाचार हुआ कि यूपीएससी के चेयरमैन आज जेल में हैं. मुझे लगता है कि भगवान ने इनकी मति को पहले ही हर लिया है.
स्वाति मालिवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में यूपीएससी की तैयारी करने वाले चार छात्रों की मौत हुई है. ये मौत नहीं, हत्या है. उन्होंने पटेलनगर में नीलेश राय नामक छात्र की मौत के साथ ही ओल्ड राजेंद्रनगर में हुए हादसे में तीन छात्रों की मौत का जिक्र किया और कहा कि तीन छात्र डूब गए, कौन जिम्मेदार है. किसी की कोई जवाबदेही नहीं है. राजेंद्रनगर के हर दूसरे घर में इस तरह के सेंटर खुले हुए हैं. किसी घर में थोड़ा सा ज्यादा हो जाता है तो तुरंत एमसीडी वाले आ जाते हैं, हल्ला करने लगते हैं और इतने अवैध सेंटर्स खुलते जा रहे हैं और किसी को पता नहीं चला. भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा खेल है. कोचिंग सेंटर के तीन लोगों को पकड़ा गया है लेकिन जो चुने हुए प्रतिनिधि हैं और अधिकारी हैं, इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे मौकों पर कोई क्या ही मुआवजा देगा. दिल्ली सरकार का फर्ज बनता है कि एक-एक करोड़ का मुआवजा मिलना ही चाहिए. इस तरह की चीजों को रेग्युलेट करने के लिए कोई कानून नहीं बना. दिल्ली में सौ मीटर की सड़क बनती है और चार नेता आ जाते हैं कि हमने बनाई. बोर्ड पर नाम के लिए भी लड़ाई होती है और जब उसी सड़क पर भ्रष्टाचार की वजह से पानी भर जाता है तो सब गायब हो जाते हैं.
फैजाबाद से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि ये लोग अयोध्या के नाम पर राजनीति करते थे. अयोध्या में मुझे हराने के लिए देश के कोने-कोने से लोग गए थे लेकिन भगवान राम की मुझपर कृपा हुई. अयोध्या की जनता ने इनको हराने का काम किया है. जमीनों में घोटाला हुआ है. निषादराज को उजाड़ा गया है. सदन की एक कमेटी बना दी जाए जो जमीन खरीद, राम पथ, हवाई अड्डे में हुए घोटालों की जांच करे. देश के सामने सच्चाई आ जाएगी. हम उम्मीद करते थे कि दो करोड़ नौकरी, सौ दिन में महंगाई जो प्रधानमंत्रीजी ने कहा था, वह हो जाएगा. उन्होंने सरकार को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि पूरे देश में सफाया हो जाएगा. इन्होंने ठगा है, व्यापार किया है. एक एससी के यहां चाय पीने गए थे, कहा था कि बहुत अच्छा हो जाएगा. आज दिखवा लीजिए, वह परिवार वैसे का वैसा है.
दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत के बाद कोचिंग सेंटर्स को लेकर राज्यसभा में नियम 176 के तहत हुई चर्चा के तहत शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोल रहे हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने नीट मामले की सुप्रीमकोर्ट में हुई सुनवाई का जिक्र किया और कहा कि पांच जजों की बेंच ने हर पहलू पर सुनवाई की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों से अभिभावक के नाते परीक्षा पर चर्चा करते हैं तो मान बढ़ाने का ही काम करते हैं. शिक्षा मंत्री ने 2010 में एक कानून को कैबिनेट की मंजूरी के बावजूद इससे जुड़ा कानून नहीं बनाने और मेडिकल शिक्षा के लिए एक सिंगल एंट्रेंस से जुड़े गुलाम नबी आजाद के बयान की याद दिलाते हुए यूपीए सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि क्या मजबूरी थी कि आपने कानून नहीं बनाया. उन्होंने अलग-अलग राज्यों के पर्चालीक के आंकड़े गिनाए और कहा कि राजस्थान तो इसकी लेबोरेट्री बन गया था. आज कोचिंग सेंटर को लेकर कानून स्पष्ट है. राज्यों को इसका पालन कराना पड़ेगा और जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी. उन्होंने एनटीए को सुधारने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाए जाने की जानकारी दी और कहा कि जिन सदस्यों को सुझाव देने हैं, वह जाकर सुझाव दें. सरकार पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ने को तैयार है.
राहुल गांधी ने कहा कि बिचारे मीडिया वालों को जो कैद कर रखा है सर, उन्हें आजाद कर दें. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप नियमों का पूरा अध्ययन कर लें. सदन की किसी व्यवस्था को लेकर टिप्पणी नहीं कर सकते. प्रश्न नहीं उठाएं. कोई समस्या है तो हमें चैंबर में आकर मिलें और बताएं. राहुल ने फिर कहा कि नॉन बिचारे मीडिया वालों ने हमसे कहा है सर कि उन्हें जाने दिया जाए.
राजनाथ सिंह ने कहा कि बजट को लेकर जो भ्रांतियां पैदा की गई हैं, उनका जवाब वित्त मंत्रीजी देंगी. लेकिन सीमा की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील विषय को लेकर, अग्निवीरों को लेकर जिस तरह की बात सदन में कही गई, उसे लेकर कभी भी सदन के समक्ष स्टेटमेंट देने को तैयार हूं. राहुल गांधी ने इसके बाद कहा कि रक्षा मंत्री ने कहा था कि अग्निवीर के परिवार को कंपंशेसन दिया गया. वो पूरी तरह गलत था. अग्निवीर के परिवार को इंश्योरेंस दिया गया था, कंपंशेसन नहीं, ये सच्चाई है सर.
राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले मैंने छह-सात बढ़इयों के साथ काम किया. एक विश्वकर्मा जी से पूछा कि आप यहां वर्षों से बढ़ई का काम कर रहे हो, आपको किस बात से तकलीफ होती है. उन्होंने कहा कि राहुलजी मुझे दुख इस बात का होता है कि मैं ये टेबल बना रहा हूं, मगर जिस शो-रूम में ये टेबल अंदर रखी जाती है, उसमें अंदर जा ही नहीं सकता. सुल्तानपुर जाते समय मोची ने कहा कि मेरा सम्मान सिर्फ मेरे पिता ने किया था और किसी ने नहीं किया. आपने जो ये चक्रव्यूह बना रखा है, उसे हम तोड़ने जा रहे हैं और वह है जाति जनगणना जिससे आपलोग डरते हो, कांपते हो. हम इस हाउस में जाति जनगणना पास करेंगे. इससे ये व्यूह टूट जाएगा और इसके लिए इंडिया गठबंधन दम लगाकर काम करेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में तकरीबन 73 फीसदी दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं. ये मेन शक्ति हैं और सच्चाई है कि इनको कहीं भी जगह नहीं मिलती है. राहुल गांधी ने एक फोटो दिखाया. स्पीकर ने उन्हें टोकते हुए कहा कि आप अब प्रतिपक्ष के नेता हैं, सदन की मर्यादा को रखेंगे. राहुल ने फोटो दिखाया. इस पर स्पीकर ने कहा कि सदन में पोस्टर नहीं आने दूंगा, ये गलत तरीका है. राहुल गांधी ने कहा कि इस फोटो में बजट का हलवा बंट रहा है, इसमें एक आदिवासी, दलित या पिछड़ा अफसर नहीं दिख रहा है. 20 अफसरों ने बजट को तैयार किया, हमने पता लगाया है. मेरे पास नाम हैं. हिंदुस्ताव का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है. उनमें से बस दो हैं- एक माइनॉरिटी और एक ओबीसी. फोटो में तो आपने आने ही नहीं दिया. चाहता था कि जाति जनगणना की बात उठे. 95 परसेंट जनता चाहती है. सब चाहते हैं क्योंकि उनको पता लगाना है कि हमारी भागीदारी कितनी है. बांटता कौन है, वही दो-तीन परसेंट लोग और बंटता किनमें हैं, वही दो-तीन परसेंट लोग. जाति जनगणना से देश बदल जाएगा. वित्त मंत्री मुस्कुरा रही हैं. ये हंसने की बात नहीं है. ये पद्मव्यूह वाले सोच रहे हैं देश का युवा अभिमन्यू है. ये अभिमन्यू नहीं हैं, आपके चक्रव्यूह को उड़ा देंगे. पहला कदम इंडिया गठबंधन ने ले लिया. आपके कॉन्फिडेंस को उड़ा दिया. आपके प्रधानमंत्री हमारे भाषण में नहीं आएंगे. ये कमल व्यू वाले हिंदुस्तान का नेचर नहीं समझ पाए. हर धर्म में चक्रव्यूह का उल्टा होता है. शिव की बारात में कोई भी आ सकता है, नाच सकता है. गा सकता है. सिखों की बात करें तो सेवा करने से किसी को नहीं रोका जा सकता, लंगर से किसी को बाहर नहीं फेका जा सकता है मगर इनके चक्रव्यूह में सिर्फ छह लोग हैं सर. ये लड़ाई शिव की बारात और चक्रव्यूह में है सर. आप चक्रव्यूह बनाने वाले लोग हो. चक्रव्यूह शिव की बारात को कभी हरा ही नहीं सकता है. आप खुद को हिंदू बताते हो.
राहुल गांधी ने कहा कि ये जो दो लोग हैं, ये हिंदुस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं सर. इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, नपोर्ट हैं, टेलीकॉम हैं, अब रेलवे में जा रहे हैं सर. इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है. अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है. हमें तो बोलना है. इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से हंगामा शुरू हो गया. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सदन का नियम नहीं मालूम है. सदन नियम से चलता है. नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर को चैलेंज करके गरिमा को गिराया है. देश नियम से चलता है. राहुल गांधी ने कहा कि ए वन और ए टू की रक्षा करनी है, मैं समझता हूं. ऊपर से ऑर्डर आया है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी. इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मैं सिर्फ जो परिस्थिति बनी है, उस पर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं. मैं स्पीकर के परमिशन से खड़ा हुआ. आपने यिल्ड नहीं किया. आज हम आपको यिल्ड मांग रहे हैं, नियम के तहत बोल रहा हूं. एक-दूसरे को इज्जत देना होता है, इतना तो कर्टशी होता है राहुलजी. राहुल गांधी ने कहा कि जब आप यिल्ड करोगे, हम जरूर करेंगे. इसकी गारंटी देता हूं. मैं तैयार हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि मिडिल क्लास बजट से पहले प्रधानमंत्री को सपोर्ट करता था. कोविड के समय जब थाली बजाने को कहा तब मिडिल क्लास ने दबाकर थाली बजाई, आपने कहा कि मोबाइल फोन की लाइट जलाओ तो मिडिल क्लास ने जलाई. लेकिन आपने मिडिल क्लास के पीठ में और छाती में छूरी मारी. अब मिडिल क्लास आपको छोड़ने जा रहा है और इधर आने जा रहा है. आपको जहां भी मौका मिलता है, चक्रव्यूह बना देते हो. हम चक्रव्यूह तोड़ने का काम करते हैं. आप चाहते हो कि हिंदुस्तान छोटे-छोटे खांचों में रहे. हिंदुस्तान का गरीब सपना न देख पाए. आप चाहते हो कि अंबानी और अडानी, इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने टोका. स्पीकर ने विपक्ष के उपनेता के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि आपके ही नेता इसे लेकर चिट्ठी दे गए थे. राहुल ने कहा कि फिर थ्री और फोर कह दे रहे उनको. कुछ तो कहना पड़ेगा. राहुल गांधी ने स्पीकर से ही कहा कि कोई तरीका आप ही बता दीजिए. स्पीकर ने कहा कि आपसे फिर अपेक्षा करता हूं कि आप नियमों का पालन करेंगे.
राहुल गांधी ने किसानों की बात करते हुए सरकार पर जमीन अधिग्रहण कानून को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि आपने किसानों के लिए क्या किया, तीन काले कानून. किसान आपसे एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग कर रहे हैं. आपने उनको बॉर्डर पर रोक रखा है. किसान मुझसे मिलने यहां आना चाहते थे. आपने उनको यहां आने नहीं दिया. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि सदन में गलत ना बोलें. राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं वहां गया तब उन्हें आने दिया गया. स्पीकर ने कहा कि आप उनसे मिले, इसमें सदन की एक मर्यादा का उल्लंघन हुआ. सदन में सदस्य के अलावा कोई बाइट नहीं दे सकता. आपकी मौजूदगी में उन्होंने बाइट दी. राहुल गांधी ने इस पर कहा कि ये मुझे मालूम नहीं था. उन्होंने कहा कि अन्नदाता जो चाहते हैं, एमएसपी की लीगल गारंटी, ये इतना बड़ा काम नहीं है. सरकार बजट में ये कर देती तो किसान चक्रव्यूह से निकल जाते. आपने जो काम नहीं किया, हम किसानों से कहना चाहते हैं कि हम ये करके देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि दो लोग देश की अर्थव्यवस्था संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बजट में युवाओं के लिए आपने क्या किया. इसके कारण एक युवा को रोजगार नहीं मिल सकता. राहुल गांधी ने कहा कि ये जो इंटर्नशिप प्रोग्राम है, वह मजाक है. क्योंकि आपने कहा कि इंटर्नशिप केवल देश की टॉप 500 कंपनियों में ही होगा. उन्होंने कहा कि आपने पहले युवाओं की टांग तोड़ दी और फिर बैंडेज लगा रहे हैं. युवाओं को आपने एक तरफ पेपरलीक, दूसरी तरफ बेरोजगारी के चक्रव्यूह में फंसा दिया है. 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ है. पेपरलीक को लेकर बजट में एकबार नहीं कहा गया है. एजुकेशन बजट में जो पैसा देना चाहिए था, उसे भी नहीं दिया गया. दूसरी तरफ पहली बार आपने सेना के जवानों को अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया. अग्निवीरों के लिए एक रुपया नहीं है.
लोकसभा में बजट पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाकर मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जो अभिमन्यू के साथ किया गया था, वही हिंदुस्तान के लोगों के साथ किया जा रहा है. चक्रव्यूह का एक और रूप होता है पद्मव्यूह जो लोटसव्यू में होता है जिसे मोदीजी अपने सीने पर लगाकर चलते हैं. इस व्यूह को मोदीजी, अमित शाहजी, मोहन भागवत जी, अजित डोभाल जी, अंबानीजी, अडानी जी कंट्रोल कर रहे हैं. 21वीं सदी में नया चक्रव्यूह रचा गया. इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. स्पीकर ओम बिरला ने इस पर राहुल गांधी को टोकते हुए कहा कि आपके सदस्यों ने भी कई बार कहा है कि जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं जाना चाहिए. इस पर राहुल ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए, अंबानी और अडानीजी का नाम निकाल देता हूं सर.
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राजनीति के स्तर में इतनी कमी आने लगी है कि मां भारती के जिन बच्चों की मौत हुई है, उसे भी हम राजनीति में घसीटकर लाएंगे. जिन्होंने इस विषय पर राजनीति की, क्या उनकी आत्मा इस पर नहीं कचोटेगी. ये विषय राजनीति का, आरोप-प्रत्यारोप का हो ही नहीं सकता. मां भारती की जमीन पर चीन का जो कब्जा हुआ है, उसे लेकर प्रस्ताव हम लेकर आएंगे. उसपर भी खुले मन से चर्चा होगी. मणिपुर जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होनी चाहिए.
संजय सिंह ने सुधांशु त्रिवेदी के सवालों के जवाब में कहा कि हमने अवैध कॉलोनियों में पानी पहुंचाने, 7300 किलोमीटर पानी की नई पानी की पाइप डालने का काम किया, पुरानी पाइप बदलने का काम किया. सीवर की नई लाइन डालने और पुरानी पाइप बदलने का काम किया. इन मृत छात्रों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. नीट पेपर लीक के कारण जिन छात्रों ने सुसाइड किया, कोटा में जिन छात्रों ने सुसाइड किया, उनकी आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना करता हूं. प्रार्थना मणिपुर के मरने वालों के लिए भी करता हूं. ये कोचिंग सेंटर और इनके बेसमेंट में लाइब्रेरी आज से नहीं चल रहीं. 15 से 20 साल से चल रही हैं और तब एमसीडी में बीजेपी थी. मीटिंग हुई है, सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने नाले साफ कराने के लिए कहा. वीडियो सदन में रखेंगे, आप जांच कराइए. उन अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए जिन्होंने मंत्रियों के कहने पर भी कार्रवाई नहीं की. आपने हमारे हाथ पैर बांध कर स्विमिंग पूल में फेक दिया और डंडे से मार-मारकर कह रहे हैं कि नंबर बढ़ाओ, नंबर बढ़ाओ. दिल्ली की सरकार को काम नहीं करने दिया जा रहा है. एलजी के माध्यम से हर काम में रोड़ा अटकाया जा रहा है. ये घटना एक दिन में हुई नहीं है, ये पिछले 10-10, 15-15 साल से एमसीडी में जो पाप थे, उनकी देन है. दिल्ली के एलजी और अधिकारी ये प्रयास करते हैं कि दिल्ली के लोगों का जीवन कैसे नर्क बनाया जाए. उनका अपराध क्या है कि उन्होंने केजरीवाल को मुख्यमंत्री बना दिया. केजरीवाल ने वो काम करके दिखाया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति की पत्नी भी भारत आती हैं तो कहती हैं कि हमें दिल्ली के स्कूल देखने हैं. ये मौत पर ताली बजाते हैं, एक मुख्यमंत्री की बीमारी का मजाक बनाते हैं.
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि चैंबर में चेयरमैन का बायकॉट करना स्वस्थ परंपरा नहीं है. उन्होंने कहा कि सदस्यों के लिए हर समय चैंबर में और वर्चुअली 24 घंटे उपलब्ध रहता हूं. सभापति ने कहा कि विपक्ष के नेता ने कहा कि यहीं डिस्कश करिए, ये ठीक नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में हज से जुड़ी समस्याओं के साथ ही अर्बन डेवलपमेंट के बजट की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को मुसलमानों से नफरत खत्म करना पड़ेगा. मुसलमानों को उनका हक देना पड़ेगा. ओवैसी ने कहा कि बजट के जरिए पीएम ने कह दिया है कि देश के मिडिल क्लास की संपत्ति पर पहला हक हमारे सहयोगियों का है. पीएम कहते हैं खेलो इंडिया लेकिन ये बजट है झेलो इंडिया. उन्होंने एमएसएमई से जुड़े आंकड़े भी गिनाए और एक कविता के साथ अपनी बात पूरी की- '133 करोड़ इंसानों, जिंदगी से बेगानों...'
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम हर रोज देखते हैं अखबारों में पहला पेज, दूसरा पेज, तीसरा पेज पर कोचिंग संस्थानों के प्रचार , इतना भारी खर्चा कहां से आता है. ये उस छात्र से आता है जो अपने सपनों को साकार करना चाहता है. उन्होंने कहा कि मैं सद्स्यों से आग्रह करूंगा इसपर सुझाव दीजिए, सीमित दायरा है कोचिंग का. सभापति ने कहा कि आवश्यकता इस भारत को स्किल की है, कोचिंग एक सीमित दायरे में सभी को उसमें डाल रहे हैं. ये एक silo (साइलो) हो गया है जो गैस चैंबर से कम नही है, ये घटना दुखद है.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि छात्रों की ओर से नोटिसेज हैं, जनता आगाह कर रही है लेकिन दिल्ली सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है. जो ये कहते थे कि नई राजनीति लाएंगे, आज जनता की जान पर बन आई है. उन्होंने कहा कि एमसीडी भी आपकी, सरकार भी आपकी. सरकार ने सीवर की सफाई के लिए क्या काम किया है कि इस तरह की घटनाएं न हों, इसका डेटा आज तक नहीं दे पाए हैं. जल बोर्ड का घाटा बढ़ गया है. भ्रष्टाचार के आरोप लगते जा रहे हैं . सदन इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करे. इन चीजों पर कार्रवाई न करते हुए सरकार किन विषयों पर कार्रवाई करे. विभागीय मंत्री या सरकार ने इस पर कोई आंकड़ा नहीं रखा है. सुधांशु त्रिवेदी ने सरकार के प्रचार पर खर्च का जिक्र करते हुए कहा कि एक तरफ पीडब्ल्यूडी और जल बोर्ड घाटे में जा रहा है, सैकड़ो करोड़ का शीशमहल तैयार हो सकता है लेकिन सीवर की सफाई नहीं हो पाई. उन्होंने वक्फ बोर्ड का बजट 70 गुना बढ़ाए जाने का भी उल्लेख किया और कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का एक बयान तक नहीं आया है.
राज्यसभा में दिल्ली की एक कोचिंग सेंटर में यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत को लेकर चर्चा की शुरुआत हो गई है. नियम 176 के तहत चर्चा की शुरुआत बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने की है. उन्होंने कहा कि इस विषय पर आम आदमी पार्टी की सांसद ने भी स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया जो विषय की गंभीरता को बताता है. सरकार को जिस तरह से व्यवस्था पर नजर रखनी चाहिए थी, उन्होंने नहीं रखी. एक सैलाब आया और तीन छात्रों के परिवार की उम्मीदों को बहाकर ले गया. लेकिन कुछ लोग इसे लेकर भ्रम फैलाते नजर आए. ये घटना अनायास हो गई होती तो हम मान सकते थे. छात्रों की ओर से कई बार कंप्लेन की गई. उन्होंने कहा कि जिन पर इस हादसे की जिम्मेदारी होनी चाहिए थी उनके आंखों में एक आंसू तो छोड़िए उनके माथे पर सीकन भी नजर नहीं आई. ये पूरी तरीके से लापरवाही के साथ भ्रम फैलाते नजर आए छात्रों द्वारा कई शिकायतें की गईं, एक शिकायत छात्र की ओर से 26 जून को की गई Rao IAS के बेसमेंट में बिना परमिशन, NOC के छात्रों की क्लास चल रही है, 9 जुलाई को इसी बिल्डिंग को फायर department NOC दे दिया.. लेकिन स्टोरेज के लिए .. लेकिन क्या इंस्पेक्शन नही किया गया या तो बगैर देखे हुए दिया गया है या अन्य कारणों को सोच समझ कर अपर्रिहार्य कारणों से दिया गया है जानते बूझते बच्चों के जान को खतरे में डाला गया है ये आपराधिक कृत्य है
नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली में नाले के पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई. दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों की जान गई. एक दशक से आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता में है. एमसीडी और दिल्ली जल बोर्ड भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में है. ओल्ड राजेंद्र नगर में जो हुआ, वहां के स्थानीय पार्षद और विधायक से स्थानीय निवासी इसकी शिकायत कर रहे थे. विधायकजी व्यंग्य कर रहे थे लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. उन्होंने दिल्ली की सरकार पर प्रचार-प्रसार और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया और गृह मंत्रालय से इसे लेकर कमेटी बनाने की मांग की.
दिल्ली के करोलबाग के राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत के मामले को लेकर बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, स्वाति मालीवाल समेत आधा दर्जन सांसदों ने नियम 267 के तहत चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया था. सभापति ने नियम 267 के तहत चर्चा की इजाजत नहीं दी लेकिन कोचिंग सेंटर्स से जुड़े विषय को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस विषय पर नियम 276 के तहत ढाई घंटे चर्चा होगी.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने एसएमए से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए सीएसआर फंड का एक बड़ा हिस्सा उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि इसका एक इंजेक्शन 16 करोड़ का आता था. सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी हटाई और तमाम प्रयासों के बाद भी इसके एक इंजेक्शन की कीमत 10 करोड़ के करीब पड़ती है. अमेरिका की कंपनी नार्वेटिस के पास इसका पेटेंट है और 10 साल तक इसका प्रोडक्शन कोई और देश या कंपनी इसका प्रोडक्शन नहीं कर सकते. सरकार को अमेरिका की सरकार से बात करनी चाहिए, ये प्रयास करने चाहिए कि इसका फॉर्मूला दूसरे देशों के साथ भी साझा किए जाएं.
भारतीय शिक्षा प्रणाली को लेकर टीएमसी सांसद सौगत राय ने सवाल किया. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सत्या नडेला, सुंदर पिचाई, अजय बंगा जैसे नाम गिनाए और कहा कि ये इंडियन एजुकेशन सिस्टम के प्रोडक्ट हैं. विश्व के शीर्ष पांच सौ इंस्टीट्यूशंस में देश के बस नौ संस्थान थे जो आज 46 हो गए हैं. सौगत राय ने विदेशी विश्वविद्यालयों के भारत में सेंटर खुलने का जिक्र करते हुए कहा कि यहां से छात्रों को ले जाने के लिए खोले जा रहे इन सेंटर्स को रोकने के लिए सरकार कौन से कदम उठा रही है. इस पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ये देखने का नजरिया है. भारत की मेधा को अंडरमाइन न करें. नॉलेज बेस इकोनॉमी के इस दौर में अपने विद्यार्थियों को गुड लेवल से वंचित करना कैसी बात है.
संसद में करोलबाग से कोटा तक का मुद्दा उठा. करोलबाग के राजेंद्रनगर में यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत के मुद्दे पर कई सांसदों ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया तो वहीं पश्चिम बंगाल की टीएमसी सांसद प्रतिमा मंडल ने कोटा में छात्रों के सुसाइड का मुद्दा उठाया.
टीएमसी सांसद प्रतिमा मंडल ने कोटा में छात्रों के सुसाइड का मुद्दा उठाया. शिक्षा राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि राजस्थान सरकार ने कोचिंग संस्थानों के लिए 2022 और 2023 में गाइडलाइंस जारी की थीं और उसे कोटा प्रशासन ने लागू किया था जिसमें मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए काउंसिलर्स को तैनात किया गया, टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया, 10 हजार से अधिक गेटकीपर्स को मानसिक तनाव के शिकार छात्रों की पहचान करने के लिए ट्रेंड किया गया, डिनर विथ द डीएम प्रोग्राम चलाया गया.
सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रोफेसर रामगोपाल यादव की ओर से परीक्षा पैटर्न को लेकर दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक शून्यकाल के लिए नोटिस दिया है. प्रोफेसर यादव ने कहा कि ये बहुत ही गंभीर मामला है. शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास है. नई शिक्षा पद्धति में, खासतौर से कॉम्पेटेटिव परीक्षा में प्रतियोगियों के लिए अपने व्यक्तित्व को एक्सप्रेस करने का जो स्पेस होता था, उसे खत्म कर दिया है. पहले 200 से 250 शब्दों में उत्तर लिखना होता था लेकिन अब सब ऑब्जेक्टिव हो गया है. उन्होंने कहा कि कोई सवाल पूछा जाता है कि मोदी, वाजपेयी, नेहरू में कौन बेहतर पीएम है. ए, बी, सी, डी ऑप्शन में से टिक कर देना है. रीजनिंग तो होनी चाहिए. इसलिए सरकार से हमारी मांग है कि इस पद्धति को बदलें और पुरानी पद्धति को लागू करिए.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मेरा कहना है कि जितनी जल्दी इस पर चर्चा शुरू होगी, उतना ही फायदा होगा. सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से उनकी राय पूछी. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने मणिपुर से लेकर कई मुद्दों पर नियम 267 के तहत चर्चा की मांग आपसे की लेकिन ये सहमत नहीं हुए. सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यानि आप इस पर सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मुझसे पहले जो विद्वान इस कुर्सी पर बैठते थे, उन्होंने इस परंपरा की शुरुआत की थी कि 267 के तहत चर्चा के लिए कम से कम मेजर पार्टियों की सहमति ली जानी चाहिए. सभापति ने कहा कि जब एक राय आ गई है तो नियम 267 एडमिट नहीं हो रहा है. सभापति ने विपक्ष के नेता से शॉर्ट डिस्कशन को लेकर राय मांगी और कहा कि फाइनल कॉल मुझे लेना है. सभापति ने कहा कि कोचिंग सेंटर्स से जुड़ा ये मुद्दा गंभीर है और इस पर नियम 176 के तहत आज चर्चा होगी.
राज्यसभा में बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल समेत सात सांसदों ने दिल्ली के राजेंद्रनगर में हुए हादसे में यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत के मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है. सभापति जगदीप धनखड़ ने इसकी जानकारी दी और कहा कि जीरो ऑवर शुरू होने के बाद हम अपने चैंबर में इस पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि नियम 267 का मतलब है दोनों पक्षों की सहमति. परंपरा यही है कि नियम 267 के तहत चर्चा तभी हो सकती है जब कम से कम मेजर पार्टियां सहमत हों.
राज्यसभा में प्रभात झा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी गई. सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रभात झा के निधन की जानकारी दी और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन भी रखा गया.
संसद में पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी गई. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ओम बिरला ने मनु भाकर को बधाई दी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में जम्मू और कश्मीर विनियोग विधेयक पेश करेंगी.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज बजट पर बोल सकते हैं. राहुल गांधी कब बोलेंगे, इसे लेकर समय की जानकारी अभी सामने नहीं आई है. कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा है कि नहीं कह सकता कि राहुल गांधी लोकसभा में क्या बोलने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन उसी समय विपक्ष के नेता निर्मला सीतारमण के बजट को एक्सपोज करेंगे जैसे उन्होंने केवल बिहार और आंध्र प्रदेश पर ही फोकस किया है. बाकी राज्यों की उपेक्षा की गई है.