महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल शुरू हो गई है. विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी बयानबाजियों ने फिर से माहौल गर्माना शुरू कर दिया है. शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को खटमल कह दिया. इसके अलावा उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा और उन्हें अहमद शाह अब्दाली कह दिया.
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को कहा खटमल
उद्धव ठाकरे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कुछ लोगों को लगा कि मैंने उसे (फडणवीस) कहा था कि 'या तो तू रहेगा या मैं रहूंगा' लेकिन मैं खटमल को चुनौती नहीं देता हूं. उसने(फडणवीस) कहा कि मेरे आड़े मत आओ. अरे तेरी हैसियत ही नहीं है.खटमल को अंगूठे से कुचला जाता है. उससे पहले ठाकरे ने कहा कि जैसे मुंबई में मैने कहा था कि 'या तो तू रहेगा या मैं रहूंगा'.. मैं फिर कहता हूं 'या तो तू रहेगा या मैं रहूंगा.' यहां मेरे पैर के नीचे कलिंगड रखा गया है.
पुणे रैली में साधा निशाना
शनिवार को पुणे में एक रैली में शिवसेना (UBT) के नेता उद्धव ठाकरे ने गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला किया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री कहा कि वो अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वंशज हैं. उन्होंने कहा कि आज से मैं अमित शाह को अब्दाली ही बोलूंगा. अगर आप मुझे नकली संतान बोलोगे तो मैं तुम्हे अब्दाली बोलूंगा.
अमित शाह को हिंदुत्व पर घेरा
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने आगे कहा, "नीतीश कुमार, चंद्र बाबू नायडू हिंदुत्व वादी व्यक्ति हैं क्या? अमित शाह बताएं उनका हिंदुत्व कैसा है? उद्धव ठाकरे ने कहा कि, अहमदशाह अब्दाली का राजनीतिक वंशज अमित शाह यहां (पुणे) आए थे. वो भी शाह था ये भी शाह हैं. नवाज शरीफ का केक खाने वाले हमें हिंदुत्व सिखाएंगे. मुस्लिम लीग के साथ बंगाल में सत्ता बनाने वाले श्यामाप्रसाद मुखर्जी हैं. आपका हिंदुत्व कैसा है, ये अमित शाह बताएं. अगर हिंदू-मुस्लिम लडके-लड़की शादी करते हैं तो आप लव जिहाद कहते हो, लेकिन आप मुसलमानों के लिए काम करते हो तो वो क्या है? अगर हम 'औरंगजेब फैन क्लब' हैं तो आप (अमित शाह) जो कर रहें वो 'सत्ता जिहाद' है.
लोगों से की ये अपील
उद्धव ठाकरे ने आरएसएस के मधुकर देवरस का एक पत्र हिंदी में पढ़कर सुनाया, जिसमें संघ ने कहा है कि हम शाखाओं में मुसलमानों के खिलाफ सिखाते हैं. अब्दाली (अमित शाह) आप मधुकर देवरस के ये पत्र पढ़ो. ये लड़ाई उद्धव ठाकरे और शिवसेना की नहीं है बल्कि महाराष्ट्र की है. लोकमान्य तिलक की तरह आज मोदी-शाह के खिलाफ महाराष्ट्र असंतोष का जनक बनेगा. आज से अमित शाह को मैं अहमदशाह अब्दाली कहूंगा. आपको ये अब्दाली चाहिए या मैं? अब्दाली को कहना चाहता हूं, इस विधानसभा चुनाव के बाद अब्दाली तुम्हारे शरीर पर इतने जख्म के निशान होंगे की और जख्म के लिए जगह नहीं बचेगी. औरंगजेब की तरह इनकी राजनीतिक कब्र महाराष्ट्र में खोदो.