Guru Tegh Bahadur 400 Prakash Parv: सिख धर्म के 9वें गुरु तेग बहादुर का 400वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन को सिख धर्म के लोग बड़े धूमधाम से मनाते हैं. सिख धर्म के आठवें गुरु हरिकृष्ण जी की मृत्यु के बाद श्री तेग बहादुर जी को गुरु बनाया गया. उनका सिख धर्म की पवित्र पुस्तक श्री गुरु ग्रंथ साहिब में काफी योगदान है.
गुरु तेग बहादुर और औरंगजेब के बीच संघर्ष का किस्सा बेहद प्रसिद्ध है. कहते हैं गुरु जी पर औरंगजेब ने धर्म परिवर्तन का काफी दबाव डाला था. उन्हें क़ैद करवा लिया और भीषण यातनाएँ देने लगा. लेकिन वे उसकी तमाम यातनाओं के सामने झुके नहीं. वह अपने पूरे जीवन धर्म की रक्षा करते रहे और उसी की रक्षा के खातिर अपना जीवन बलिदान कर दिया. ऐसे महान इंसान तेगबहादुर की जयंती पर अपने सगे, संबंधियों, करीबियों और रिश्तेदारों को उनके अनमोल विचार भेज जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है.
Guru Tegh Bahadur Quotes
- हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है.
- एक सज्जन व्यक्ति वह है जो अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचाए.
- गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती है, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने की साहस हो.
- हार और जीत यह आपकी सोच पर ही निर्भर है, मान लो तो हार है ठान लो तो जीत है.
- डर कहीं और नहीं, बस आपके दिमाग में होता है.
- दिलेरी डर की गैरमौजूदगी नहीं, बल्कि यह फैसला है कि डर से भी जरूरी कुछ है.
- महान कार्य छोटे-छोटे कार्यों से बने होते हैं.
- हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है
- साहस ऐसी जगह पाया जाता है जहां उसकी संभावना कम हो
- प्यार पर एक और बार और हमेशा एक और बार यकीन करने का साहस रखिए.