पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा के लगातार संपर्क में था. उसने भारत की अपनी आठ यात्राओं के दौरान तहव्वुर राणा को 231 बार कॉल किया था. यह जानकारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आजतक को दी है.
पहली यात्रा के दौरान किया 32 बार फोन
एनआईए के अनुसार, हेडली ने भारत की अपनी पहली रेकी यात्रा के दौरान 14 सितंबर 2006 को राणा को 32 से अधिक बार फोन किया था. तहव्वुर हुसैन राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, हेडली के साथ मिलकर काम कर रहा था. हेडली 26/11 के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी.
आजतक को विशेष रूप से प्राप्त एनआईए की डोजियर के अनुसार, दूसरी यात्रा के दौरान हेडली ने राणा को 23 बार कॉल किया, तीसरी यात्रा में 40 बार, पांचवीं यात्रा में 37 बार, छठी यात्रा में 33 बार और आठवीं यात्रा में 66 बार कॉल किया.
तहव्वुर राणा ने की थी हेडली के भारत में रुकने की व्यवस्था
कोर्ट रिकॉर्ड्स और एनआईए की रिपोर्ट्स से यह भी पता चलता है कि राणा ने हेडली को वीजा दिलवाने से लेकर भारत में उसकी पहचान छिपाने तक हर स्तर पर मदद की. राणा ने हेडली के लिए भारत में ठहरने की व्यवस्था की और आतंकी हमले के लिए स्थानों की पहचान करने में भी उसकी मदद की.
इन दस्तावेजों से यह साफ होता है कि तहव्वुर हुसैन राणा ने मुंबई हमले की साजिश को अंजाम देने में कितनी अहम भूमिका निभाई थी. बता दें कि 2008 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. उसे विशेष विमान से अमेरिका से भारत लाया जा रहा है. यह विमान आज शाम या कल सुबह तक भारत पहुंच सकता है.
एनआईए कोर्ट में होगी तहव्वुर राणा की पेशी
दिल्ली में NIA हेडक्वार्टर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीआईएसएफ ने अतिरिक्त बैरिकेडिंग लगा दी है. तहव्वुर राणा के साथ भारतीय जांच एजेंसियों की एक टीम भी है. इससे पहले अमेरिका में प्रत्यर्पण की कागजी कार्रवाई पूरी की गई. तहव्वुर राणा को कल राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) की कोर्ट में पेश किया जाएगा.
राणा के खिलाफ एनआई का केस दिल्ली में दर्ज है. इस वजह से उसे पहले सीधे दिल्ली लाया जाएगा. यहां दिल्ली में एनआईए कोर्ट में पेशी होगी, जहां उसकी कस्टडी की मांग की जाएगी. इसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच उसकी कस्टडी लेगी.
अमेरिकी कोर्ट के सुझावों पर तहव्वुर राणा को दिल्ली या फिर मुंबई की जेल में गोपनीय तरीके से रखा जाएगा. इस दौरान उसकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की नजर रहेगी.