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शैम्पेन और व्हिस्की वाले लडडू और सोने वाली बर्फी, कीमत 56000 रुपये में 100 पीस... मिठाइयों की दुनिया में गजब की क्रांति

भारत की पारंपरिक मिठाइयों का बाजार भी अब काफी बदल चुका है. कई ब्रांड पारंपरिक मिठाइयों को मॉडर्न फ्लेवर्स के साथ मिलाकर तैयार कर रहे हैं. जेगरबॉम्ब लड्डू, नटीला पेड़ा, बवेरियन चॉकलेट बर्फी, और गुलाब जामुन क्यूरस जैसी मिठाइयां आजकल काफी प्रचलन में हैं. इसके अलावा बिस्कॉफ गुझिया, काजू कतली बॉनबोन, मोतीचूर और कलाकंद चीज़केक जैसी फ्यूजन मिठाइयों की भी काफी डिमांड है.

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मिठाइयों की दुनिया में क्रांति (Photo: Meta AI)
मिठाइयों की दुनिया में क्रांति (Photo: Meta AI)

पारंपरिक भारतीय मिठाइयों को अब नए और अनोखे रूप में पेश किया जा रहा है. बर्फी, लड्डू और गुलाब जामुन जैसी मिठाइयां जो सदियों से भारतीय मिठाइयों का प्रतीक रही हैं, अब नए कलेवर में "गौर्मेट मिठाई" के रूप में मशहूर हो रही हैं. इन मिठाइयों में इनोवेटिव फ्लेवर्स के साथ उन्हें आधुनिक स्वाद के अनुसार ढाला जा रहा है, और अब इन्हें उच्च वर्ग के ग्राहकों के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है. इनकी कीमतें भी पारंपरिक मिठाइयों से कहीं अधिक हो चुकी हैं. कुछ मिठाइयां इतनी महंगी हैं कि एक 100 पीस के बॉक्स का दाम 56,000 रुपये तक पहुंच जाता है.

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कैसे बदली पारंपरिक मिठाइयों की सूरत?
इस "स्वीट कूचर" इंडस्ट्री को कुछ विशेष आर्टिसनल ब्रांड्स लीड कर रहे हैं. ये ब्रांड पारंपरिक मिठाइयों को मॉडर्न फ्लेवर्स के साथ मिलाकर तैयार कर रहे हैं. जेगरबॉम्ब लड्डू, नटीला पेड़ा, बवेरियन चॉकलेट बर्फी, और गुलाब जामुन क्यूरस जैसी मिठाइयां आजकल काफी प्रचलन में हैं. इसके अलावा बिस्कॉफ गुझिया, काजू कतली बॉनबोन, मोतीचूर और कलाकंद चीज़केक जैसी फ्यूजन मिठाइयों की भी काफी डिमांड है.

त्योहारी सीजन में इन मिठाइयों की डिमांड और भी ज्यादा बढ़ जाती है. ग्राहक अब केवल स्वाद की मांग नहीं करते, बल्कि वे अनोखी और भव्य मिठाइयों की तलाश में रहते हैं, जो उनकी पर्सनॉलिटी और स्टेटस को भी सामने रखता है.

निहिरा स्वीट्स: नई तरह के लड्डुओं का उदय
गुरुग्राम स्थित निहिरा स्वीट्स, साल 2018 में शुरू किया गया था. यह प्रतिष्ठान मिठाइयों के इस नए कलेवर का बेहतरीन उदाहरण है. निहिरा ने लड्डुओं को नए रूप में पेश किया है, जिनमें शराब के फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया गया है. शैंपेन, व्हिस्की, रेड वाइन और जिन जैसे फ्लेवर्स से भरे हुए लड्डू अब बाजार में उपलब्ध हैं. हालांकि, कोफाउंडर अर्श्या अग्रवाल का कहना है कि इन लड्डुओं से नशा नहीं होता क्योंकि पकाने की प्रक्रिया में शराब का असर खत्म हो जाता है. उन्होंने कहा कि "आपको इन मिठाइयों में केवल शराब का स्वाद महसूस होगा, न कि उसका नशा" 

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निहिरा की मिठाइयां केवल स्वादिष्ट नहीं, बल्कि बेहद भव्य भी हैं, और इनके ग्राहकों में Chanel, Gucci, Christian Dior, और Burberry जैसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड शामिल हैं. इस स्तर के ग्राहक अपनी खास पार्टियों और इवेंट्स के लिए इन खास मिठाइयों की मांग करते हैं.

छप्पन भोग की "एग्ज़ोटिका" रेंज: स्वाद का राजा
लखनऊ स्थित छप्पन भोग भी इस नए दौर में अपनी विशेष जगह बना चुका है. उनकी "एग्ज़ोटिका" रेंज की मिठाइया महंगी सामग्रियों से तैयार की जाती हैं, जिनमें किन्नौर के पाइन नट्स, ईरान के मामरा बादाम, अफगानिस्तान के पिस्ता, दक्षिण अफ्रीका के मैकडामिया और तुर्की के हेज़लनट का इस्तेमाल किया जाता है. इस रेंज की मिठाइयां सोने की पन्नी में लिपटी होती हैं, जो इन्हें और भी खास बनाती हैं.

इन मिठाइयों की कीमतें 56,000 रुपये तक जा सकती हैं, खासकर जब ये त्योहारी सीजन में विशेष मांग के अनुसार तैयार की जाती हैं, जहां पारंपरिक मिठाइयों की कीमत करीब 1,000 रुपये प्रति किलो होती है, वहीं इस तरह की गौर्मेट मिठाइयों का एक किलो का बॉक्स 4,500 रुपये से शुरू होता है और उसकी कीमत ऊपर जाती ही रहती है.

स्वाद से परे, स्टेटस का प्रतीक
गौर्मेट मिठाइयों का यह चलन केवल स्वाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक स्टेटस सिंबल भी बन चुका है. लोग इन्हें अपनी प्रतिष्ठा और जीवनशैली का प्रतीक मानते हैं. ब्रांडेड मिठाइयों की इस मांग ने मिठाई बाजार को एक नया आयाम दे दिया है, जहां लोग खास मौकों पर इन्हें पेश करना पसंद करते हैं.

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इन मिठाइयों के फ्यूजन फ्लेवर्स ने न केवल पारंपरिक मिठाइयों को एक नया जीवन दिया है, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर एक पहचान भी दिलाई है. भारत में पारंपरिक मिठाइयों का यह मॉडर्न अवतार न केवल देश के भीतर, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना रहा है.

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