कोरोना संकट के बीच भी देश की अदालतें लगातार काम कर रही हैं. अदालतों की सुनवाई के दौरान कुछ पल ऐसे भी आते हैं, जो ह्यूमर पैदा करते हैं. सोमवार को जब सुप्रीम कोर्ट में एक केस की सुनवाई हो रही थी, तब भी कुछ ऐसा ही हुआ.
देश के अटॉर्नी जनरल केके. वेणुगोपाल और उनके बेटे वकील कृष्णन वेणुगोपाल सोमवार को ट्रिब्यूनल्स से जुड़े एक मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए. खास बात ये रही कि पिता और बेटे की जोड़ी एक दूसरे के खिलाफ दलीलें दे रहे थी.
केस की सुनवाई के दौरान जब-जब बेंच की ओर से 'मिस्टर वेणुगोपाल' पुकारा गया, तब कन्फ्यूज़न पैदा हुआ. और कोर्ट की आवाज़ पर दोनों ही बार-बार खड़े होने लगे. जब कोर्ट में ये दो बार हो गया, तब बेंच की ओर से केके. वेणुगोपाल को मिस्टर अटॉर्नी जनरल और कृष्णन वेणुगोपाल को मिस्टर वेणुगोपाल कहकर बुलाया गया.
आपको बता दें कि केके वेणुगोपाल की गिनती देश के सबसे वरिष्ठ वकीलों में होती है, वह 2017 से ही भारत के अटॉर्नी जनरल हैं और केंद्र की ओर से पक्ष रखते हैं. बढ़ती उम्र के कारण उन्होंने अपना कार्यकाल ना बढ़ाने की अपील की थी, लेकिन केंद्र की गुजारिश पर वह एक साल तक पद पर बने रहेंगे. वहीं, उनके बेटे कृष्णन वेणुगोपाल भी सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हैं.