असम में नकली नियुक्ति पत्र घोटाले का खुलासा करते हुए अपराध जांच विभाग (CID) ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) चुनाव का एक उम्मीदवार भी शामिल है, जो बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) से चुनाव लड़ रहा है.
सीआईडी अधिकारियों ने बताया कि जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के कार्यालय से इस साल फरवरी में शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायत में कहा गया था कि कुछ लोग विभाग की विभिन्न शाखाओं में फर्जी नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं, जिन पर विभाग के मुख्य अभियंता के हस्ताक्षर की जालसाजी की गई थी.
नौकरी के बदले वसूलते थे मोटी रकम
जांच के दौरान सीआईडी को पता चला कि एक आरोपी नौकरी चाहने वालों से मोटी रकम वसूलता था और यह रकम दूसरे आरोपी के बैंक खाते में जमा करता था. यह दूसरा आरोपी BTC चुनाव का उम्मीदवार है, जो नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र सौंपता था.
अधिकारियों ने बताया कि अब तक इस मामले में कुल छह आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. इन सभी पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीआईडी इस बात की भी जांच कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितने बड़े पैमाने पर फैला हुआ है और कितने लोगों को ठगा गया है.
पैसे लेकर देते थे फर्जी नियुक्ति पत्र
अधिकारियों के मुताबिक, यह गिरोह जल संसाधन विभाग के नाम का दुरुपयोग कर बेरोजगार युवाओं को नौकरी का लालच देता था. पीड़ितों से भारी रकम वसूलने के बाद उन्हें नकली नियुक्ति पत्र दिया जाता था, जिसे देखकर वो यह मान लेते थे कि उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई है.
सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती है, क्योंकि कई अन्य संदिग्धों के नाम सामने आए हैं. साथ ही, यह जांच की जा रही है कि क्या विभाग के अंदर से भी किसी ने गिरोह की मदद की थी.
इस कार्रवाई के बाद सीआईडी ने आम जनता से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर किसी भी तरह के लालच में न आएं और नियुक्ति पत्र या ऑफर लेटर की आधिकारिक सत्यापन प्रक्रिया जरूर करवाएं.