संसद में सरकार और विपक्ष के बीच की लड़ाई जारी है. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा है. ये नोटिस पिछले चुनाव में दिए गए हलफनामे को लेकर पहुंचा है.
सिर्फ शरद पवार ही नहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री आदित्य ठाकरे, एनसीपी नेता सुप्रिया सूले को भी आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से इस नोटिस के जरिए पिछले कुछ चुनावों में दाखिल किए गए हलफनामे की जानकारी मांगी गई है.
नोटिस मिलने को लेकर जब शरद पवार से सवाल किया गया तो मंगलवार को उन्होंने कहा कि वो लोग (नोटिस भेजने वाले) कुछ लोगों को ज्यादा चाहते हैं.
Sharad Pawar Live : शरद पवार मुंबईमध्ये पत्रकार परीषदेत संवाद साधत आहेत. मराठा आरक्षण आणि कृषी बिलांविषयी पवार भूमिका मांडणार का? https://t.co/FIj4QBsBhO
— Mumbai Tak (@mumbaitak) September 22, 2020
आपको बता दें कि पिछले लंबे वक्त से भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनाव की स्थिति जारी है. इस बीच ये नोटिस का मामला सामने आया है.
इतना ही नहीं शरद पवार और शिवसेना की ओर से लगातार कृषि बिल का विरोध किया जा रहा है. साथ ही राज्यसभा सांसदों के सस्पेंशन के मसले पर मंगलवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक दिन का उपवास रखने का ऐलान किया था. इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच नोटिस की खबर सामने आई है.
कृषि बिल से पहले सुशांत सिंह राजपूत केस, कंगना रनौत पर बीएमसी के एक्शन और कोरोना संकट के मसले पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना-एनसीपी की सरकार महाराष्ट्र में आमने-सामने हैं.