कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा के बयान से विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि हमले में हिंदुओं को पहचान कर गोली मारी गई, जो कि एक मैसेज है कि भारत में मुस्लिम खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं, और इसके पीछे बीजेपी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हिंदुत्व के एजेंडे को जिम्मेदार ठहराया.
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि हमारे देश में यह सरकार लगातार हिंदुत्व की बात करती है, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय असहज और परेशान महसूस करता है. इस आतंकी हमले का विश्लेषण करें कि वे (आतंकवादी) लोगों की पहचान करके टारगेट करते हैं तो वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एक विभाजन पैदा हो गया है. उन्होंने कहा कि पहचान पूछकर हिंदुओं को मारना एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा गया संदेश है.
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वाड्रा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं ऐसे संगठनों को यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि हिंदू पूरे मुस्लिम समुदाय के लिए परेशानी बन गए हैं. पहचान देखकर किसी की हत्या करना, यह प्रधानमंत्री के लिए संदेश है, क्योंकि मुसलमान खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं. अल्पसंख्यक खुद को कमजोर महसूस कर रहे हैं. यह विश्वास ऊपर से आना चाहिए कि हम एक सुरक्षित और धर्मनिरपेक्ष देश में रह रहे हैं.
बीजेपी की तीखी प्रतिक्रिया
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने रॉबर्ट वाड्रा के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा कि सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा आतंकियों का बचाव कर रहे हैं. उन्होंने आतंकियों की निंदा करने की बजाय भारत को ही दोषी ठहराया. यह बेहद शर्मनाक है.
दुख की घड़ी में भी गांधी परिवार को मुस्लिम दिखता है: निशिकांत दुबे
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि दुख की इस घड़ी में भी गांधी परिवार को मुसलमान दिखता है,कांग्रेस की इसी मानसिकता ने आज देश में नफ़रत का पौधा अंकुरित कर दिया है. भारत सनातन धर्म के कारण ही कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है. भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में मज़बूत और कामयाब है और होगा ही. आतंकवादी और उनके संरक्षक मारे जाएंगे. भारत के बाहर बैठे दुश्मन और मुसलमानों को भड़काने वाले देश के अंदर के दुश्मन नेस्तनाबूद होंगे.