प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली में आयोजित 10वें रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue) का उद्घाटन करने जा रहे हैं. 19 मार्च तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समिट में 125 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं.
इस मौके पर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन चीफ गेस्ट हैं. उनका स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं पीएम क्रिस्टोफर लक्सन और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं. प्रधानमंत्री लक्सन भारत से लंबे समय से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले ऑकलैंड में होली के रंगों में रंगर जिस तरह से उत्सव का माहौल बनाया, उसे सबने देखा.
#WATCH | Delhi | PM Modi says, "We both support a free, open, secure and prosperous Indo-Pacific. We believe in policy of development, not expansionism. We welcome New Zealand on joining the Indo-Pacific Ocean Initiative." pic.twitter.com/bKlldI6oQ7
— ANI (@ANI) March 17, 2025
पीएम मोदी ने कहा कि हम इंडो पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव से जुड़ने के लिए न्यूजीलैंड का स्वागत करते हैं. हम विकावाद की नीति में विश्वास करते हैं, विस्तारवाद में नहीं. International Solar Alliance के बाद CDRI से जुड़ने के लिए भी हम न्यूजीलैंड का अभिनंदन करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमने Sports में कोचिंग और खिलाड़ियों के exchange के साथ-साथ Sports Science, साइकोलॉजी और medicine में भी सहयोग पर बल दिया है और वर्ष 2026 में दोनों देशों के बीच खेल संबंधों के 100 साल मनाने का निर्णय लिया है.
भारत-न्यूजीलैंड के बीच हुए कई अहम समझौते
PM नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई.
Addressing the press meet with PM @chrisluxonmp of New Zealand. https://t.co/I3tR0rHpeI
— Narendra Modi (@narendramodi) March 17, 2025
रायसीना डायलॉग के दौरान भारत और न्यूजीलैंड के बीच कई अहम समझौते हुए हैं. दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने को लेकर सहमत हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है. आतंकवादियों के खिलाफ एकमत से कार्रवाई करन होगी. आतंकवादियों के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है.
दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत भारत में न्यूजीलैंड के निवेश को बढ़ावा मिलेगा. स्किल्ड वर्कर्स को लेकर भी समझौता हुआ है. न्यूजीलैंड की यूनिवर्सिटी अब भारत में कैंपस खोल सकेंगी.
क्या है रायसीना डायलॉग?
रायसीना डायलॉग का शुरुआत 2016 में हुई थी. इसे शांगरी-ला डायलॉग की तर्ज पर शुरू किया गया था. शांगरी-ला रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन है जबकि रायसीना में विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होती है.
इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) मिलकर करते हैं. विदेश मंत्रालय का ऑफिस रायसीना हिल्स पर होने की वजह से इसे रायसीना डायलॉग कहा जाता है. इसका आयोजन हर साल होता है. 'रायसीना डायलॉग' के जरिए भारत दुनियाभर के नेताओं और नीति-निर्माताओं को एक ऐसा प्लेटफऑर्म मिलता है, जहां वो अतंरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा कर सकें.
इस बार रायसीना डायलॉग का थीम- कालचक्र- पीपुल, पीस एंड प्लैनेट है. 'रायसीना डायलॉग' में शामिल होने वाले 20 विदेश मंत्रियों में से 11 यूरोप से हैं. इनमें यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रई सिबिहा का भी नाम है.