
केरल में लगातार हो रही बारिश से हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं. लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड के चलते कई जिलों में जनजीवन अस्त व्यस्त है. इस तबाही से राज्य भर में मरने वालों का आंकड़ा 27 पहुंच गया है.
कोट्टायम में 14, इडुक्की में 10, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर और कोझीकोड जिले में एक-एक लोगों की मौत हुई है. इस बीच, कूटिक्कल गांव (Kanjirapally Taluk, Kottayam District) के प्लापल्ली में लैंडस्लाइड में मारे गए 13 लोगों के शव सोमवार को बरामद किए गए.
ये जिले हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
कोट्टायम, इडुक्की एर्नाकुलम जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इडुक्की और कोट्टायम के बीच बहने वाली नदी का जलस्तर तो कम हो गया है लेकिन वो अपनी तबाही के निशान छोड़ गए हैं. सभी प्रभावित जिलों में राहत बचाव कार्य जोरों से जारी हैं.

आजतक से बातचीत करते हुए स्थानीय लोगों ने उस मंजर को याद करते हुए कहा कि शनिवार की सुबह पानी अचानक तेजी से बढ़ने लगा और नदी का पानी सड़कों से ऊपर आसपास के घरों में 12 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया. राजशेखर कहते हैं कि पानी पहली मंजिल तक पहुंच गया, जिसके बाद डर से हम सब ऊपर चले गए और 4 घंटे तक ऐसा ही डरावना मंजर था.

हालांकि जिस इलाके में जानमाल का नुकसान हुआ वहां निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित इलाकों में भेज दिया गया है या आसपास के बने सरकारी स्कूलों में शरण दी गई है. कैंपों में 2619 परिवार रहने लगे हैं.
11 बांध के गेट खोले जाएंगे
वहीं, 11 बांधों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. बांध में पानी का स्तर बढ़ने के चलते 11 बांध के गेट खोले जाएंगे. मंगलवार को इडुक्की बांध का गेट सुबह 11:00 बजे खोला जाएगा. सोमवार को पंबा नदी पर कक्की बांध के गेट खोले गए. बताया जा रहा है कि इडुक्की बांध का पानी एर्नाकुलम जिले तक प्रभावित कर सकता है. ऐसे में केरल के लिए अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं.