वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वह अपने बयान को सार्वजनिक मंच पर दोहराएं, नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. रंजीत सावरकर ने कहा, "राहुल गांधी ने जो दस्तावेज पढ़ा, वह उन्हें किस स्रोत से मिला? उनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है और वह अपने दल के पापों को छुपाने के लिए सावरकर पर झूठे आरोप लगा रहे हैं."
सावरकर और हिंदुत्व पर क्या बोले रंजीत सावरकर
रंजीत सावरकर ने कहा कि वीर सावरकर हिंदुत्व के अग्रदूत थे. उनका जीवन राष्ट्रवाद और हिंदू एकता के लिए समर्पित था. उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "जब धर्म व्यक्ति के घर से बाहर निकलता है, तो वह भारत का नागरिक बनता है. यह विचार सावरकर ने गढ़ा था. राहुल गांधी जानबूझकर सावरकर के विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं."
रंजीत सावरकर ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान और हिंदू कोड बिल लिखा, जिसे मनुस्मृति के समान बताने वाले राहुल गांधी के बयान गलत हैं. उन्होंने कहा, "डॉ. अंबेडकर और सावरकर ने एक ही मंच पर काम किया. दोनों का उद्देश्य हिंदू समाज की रक्षा करना और समानता स्थापित करना था. कांग्रेस जैसे दल इन विचारों को सहन नहीं कर सकते क्योंकि इन्हें इससे वोट नहीं मिलते."
ठाकरे गुट पर सवाल
रंजीत सावरकर ने ठाकरे गुट पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "क्या ठाकरे गुट सावरकर से दूर जा रहा है? बालासाहेब ठाकरे के विचारों को अब दूसरी पार्टी आगे बढ़ा रही है. जहां हिंदुत्व खत्म होता है, वहीं लोकतंत्र खत्म हो जाता है. इतिहास गवाह है कि लोगों ने हिंदुत्व के लिए वोट दिया है."
राहुल गांधी को दी चुनौती
रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी को खुली चुनौती देते हुए कहा, "मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वे अपने बयान को सार्वजनिक मंच पर दोहराएं. यदि ऐसा हुआ, तो मैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा. सावरकर और अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और इनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा." रंजीत सावरकर ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के लिए हिंदू नाम लेना भी पाप हो गया है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने हमेशा से हिंदू समाज और उसके आदर्शों को बदनाम करने की कोशिश की है. भारत रत्न जैसे सम्मान हमारे लिए मायने नहीं रखते."