क्वाड समूह (Quad- भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान) ने दिल्ली के लाल किला के पास पिछले महीने हुई आतंकी घटना के दोषियों, आयोजकों और फंड देने वालों को सजा देने की मांग की है. समूह ने सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों से सहयोग करने का भी आह्वान किया. क्वाड ने आतंकवाद के सभी रूपों, विशेषकर सीमा पार आतंकवाद की स्पष्ट निंदा की. 10 नवंबर को हुई इस घटना में 15 लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए.
दो दिवसीय क्वाड काउंटर टेररिज्म बैठक
नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय क्वाड काउंटर टेररिज्म वर्किंग ग्रुप बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा हुई. बैठक में सदस्य देशों ने आतंकवाद की वर्तमान स्थिति और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उत्पन्न खतरों का आकलन साझा किया.
साझा प्रतिबद्धता और सहयोग का भरोसा
क्वाड ने आतंकवाद विरोधी सहयोग के सभी उपायों और नई चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त और सुरक्षित रखने के महत्व पर जोर दिया.
समूह ने आतंकियों, आतंकवादी संगठनों और उनके समर्थकों पर जानकारी साझा करने के महत्व को दोहराया. क्वाड ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग मजबूत करने और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक प्रयास बढ़ाने का संकल्प भी व्यक्त किया.
क्वाड ने लाल किला की घटना को निंदनीय बताते हुए सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया. समूह ने आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति अपनाने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने पर बल दिया.
क्या है क्वाड?
'QUAD' का फुल फॉर्म Quadrilateral Security Dialogue है. यह एक अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक और सुरक्षा सहयोग मंच है, जिसमें चार प्रमुख देशों भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं. QUAD एक राजनीतिक और सुरक्षा समूह है, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समुद्री सुरक्षा बनाए रखना है. इसका मुख्य ध्यान सैन्य, व्यापार, तकनीक, और समुद्री सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सहयोग करना है.
कब हुई QUAD की स्थापना?
QUAD की शुरुआत 2007 में हुई थी, लेकिन इसे प्रारंभिक दौर में औपचारिक रूप से बहुत सक्रिय नहीं माना गया. इसे फिर से 2017 में सक्रिय किया गया. इसका उद्देश्य देशों के बीच सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को मजबूत करना और क्षेत्र में सामरिक संतुलन बनाए रखना है.
क्या हैं QUAD के उद्देश्य?
समुद्री सुरक्षा: हिंद-प्रशांत में समुद्री मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना.
सुरक्षा सहयोग: आतंकवाद, साइबर खतरे और सैन्य चुनौतियों का सामना करना.
प्राकृतिक आपदाओं में सहायता: आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में सहयोग.
आर्थिक और तकनीकी सहयोग: व्यापार, निवेश, डिजिटल तकनीक और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी.