दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. राजधानी में हुई हिंसा के एक दिन बाद सरकार की ओर से बुधवार को बयान आया. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जिस तरह से लाल किले पर तिरंगे का अनादर किया गया, वह देश बर्दाश्त नहीं करेगा. जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-राहुल गांधी ने लगातार किसान आंदोलन को उकसाया है. कांग्रेस-लेफ्ट देश में अशांति चाहती है.
राहुल गांधी पर साधा निशाना
प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस हताश और निराश है. वह नहीं चाहती किसान और सरकार के बीच समझौता हो. कांग्रेस ने ही किसानों को भड़काया. जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी लगातार किसानों को उकसा रहे थे. सीएए प्रदर्शन के दौरान भी उन्होंने यही किया था. यूथ कांग्रेस और अन्य कांग्रेस से जुड़े संगठनों के ट्वीट भी उकसावे वाले थे.
हिंसक प्रदर्शन पर कही ये बात
26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर हुए उपद्रव को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लाल किले पर क्या हुआ, नांगलोई में प्रदर्शन अहिंसक था क्या? एक ट्वीट में कहा गया कि "अहिंसक प्रदर्शन को हिंसक बनने के लिए उकसाया जा रहा है" क्या यह सही है? कई पुलिस कर्मी घायल हुए, यह एक अहिंसक मार्च कतई नहीं था.
युवा कांग्रेस ने कहा कि वो ट्रैक्टर रैली के साथ है! किस तरह के ट्रैक्टर? जो पुलिस वाहनों, बसों को कुचलते हुए देखे गए? सभी ने देखा कि आईटीओ में क्या हुआ. ये सब कुछ हो जाने के बाद, राहुल गांधी ने ट्वीट कर हिंसा की निंदा की.
दिल्ली पुलिस ने संयम दिखाया
जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने कल बहुत ही संयम कर परिचय दिया. उनके पास हथियार थे लेकिन उन्होंने उनका इस्तेमाल नहीं किया. उनपर जबरदस्त हमला किया गया लेकिन फिर भी उन्होंने संयम दिखाया. बता दें कि दिल्ली हिंसा में पुलिस के 100 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं. जिनका अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
किसानों से होगी बातचीत?
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह भी कहा कि हमने किसानों के साथ बातचीत के दरवाजे बंद होने के बारे में कभी कोई बात नहीं कही. उन्होंने कहा कि जब भी बातचीत होगी, उसके बारे में जानकारी दी जाएगी. पहले भी कई दौर की बातचीत हो चुकी है.