प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2023 का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने यहां आयोजित प्रदर्शनी का भी मुआयना किया और उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी उन्हें नई तकनीक की जानकारी देते हुए नजर आए.
इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज हर दिन टेक्नोलॉजी में तेजी से होते बदलाव के कारण हम कहते हैं कि 'द फ्यूचर इज हेयर एंड नाउ'. इस एग्जिबिशन में मैंने फ्यूचर की एक झलक देखी. टेलीकॉम हो, टेक्नोलॉजी हो कनेक्टिविटी हो, 6G हो, AI हो, साइबर सिक्योरिटी हो, सेमीकंडक्टर हो, ड्रोन या स्पेस सेक्टर हो या फिर दूसरे सेक्टर्स, आने वाला समय बिल्कुल ही अलग होने जा रहा है. यह खुशी की बात है कि हमारी युवा पीढ़ी देश के भविष्य का नेतृत्व कर रही है, टेक को लीड कर रही है.'
6 जी में बनेंगे लीडर
6 जी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हम ना केवल फाइव जी, बल्कि 6जी के क्षेत्र में भी लीडर बनने जा रहे हैं. 2 जी में क्या हुआ था शायद नई पीढ़ी को पता नहीं होगा. मैं उसका जिक्र नहीं करूंगा क्योंकि मीडिया वाले उसी को पकड़ेंगे. इतना जरूर कहूंगा की हमारे कालखंड में 4 जी का विस्तार हुआ लेकिन एक भी दाग नहीं लगा. मेरा दावा है कि 6 जी में भारत दुनिया को लीड करेगा. इंटरनेट में स्पीड ना केवल रैंकिग में सुधार होता है बल्कि हमारी ईज ऑफ लाइफ में भी सुधार होता है. इंटरनेट की स्पीड सोशल और इकोनॉमिक दोनों ही रूप से बड़ा परिवर्तन करती हैं.'
सरकार ही कर जाती थी हैंग
कांग्रेस का नाम लिए बगैर यूपीए सरकार पर चुटकी लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, '2014 एक तारीख नहीं एक बदलाव है. बीते कुछ वर्षों में भारत की सबसे महत्वपूर्ण success stories में हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम भी एक महत्वपूर्ण स्थान ले चुका है. 2014 से पहले भारत के पास कुछ 100 स्टार्ट अप्स थे लेकिन यह संख्या अब 1 लाख के आस-पास है. बहुत कम समय में हमने Unicorns का शतक लगाया है और हम दुनिया के top 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बने हैं. ये भी बहुत अच्छा है कि स्टार्ट अप्स को प्रोत्साहित करने के लिए इंडियन मोबाइल कांग्रेस ने एस्पायर कार्यक्रम की शुरूआत की है. इस पड़ाव पर हमें ये भी याद रखना होगा कि हम कितना दूर आएंगे और किन परिस्थितियों के बाद इतना दूर आए हैं.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'आप 10-12 साल पुराने समय को याद करिए जब आउटडेटेड मोबाइल फोन की स्क्रीन बार-बार हैंग कर जाती थी, चाहे आप कितना भी स्वाइप कर लें या बटन दबा ले, कुछ असर नहीं होता था. ऐसी ही स्थिति उस समय सरकार की भी थी. उस समय भारत की अर्थव्यवस्था का कहें या तब की सरकार कहें, वो हैंग हो गए वाले मोड में थी. हालत इतनी बिगड़ गई थी कि रि स्टार्ट करने, बैटरी चार्ज करने या बैटरी बदलने से भी कोई फायदा नहीं होता था. 2014 में लोगों ने ऐसे Outdated फोन को छोड़ दिया और हमें सेवा करने का अवसर दिया. इस बदलाव से क्या हुआ ये दिखता है. उस समय हम मोबाइल फोन के इंपोर्टर थे, आज हम एक्सपोर्टर हैं. आज हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल मैन्युफैक्चर्रस हैं. '
बताया क्या है समाजिक न्याय
पीएम मोदी ने कहा, 'गूगल भी अब पिक्सल फोन भारत में बनाएगा. सैमसंग और ऐप्पल पहले ही भारत में बनने लगे हैं. आज पूरी दुनिया मेड इन इंडिया फोन का इस्तेमाल कर रही है. आज जरूरत है मोबाइल और इलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग में अपनी क्षमता को और बढ़ाएं....भारत में विकास का लाभ हर वर्ग, हर क्षेत्र तक पहुंचे, भारत में संसाधनों का सभी को लाभ मिले,सभी को सम्मानजनक जीवन मिले और सभी तक टेक्नोलॉजी का फायदा पहुंचे,इस दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं.'
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री देशभर में शैक्षणिक संस्थानों को 100 '5जी यूज केस लैब्स' प्रदान किए. इन प्रयोगशालाओं को '100 5जी लैब्स पहल' के तहत विकसित किया जा रहा है.
दो दोनों तक चलेगा आयोजन
भारतीय मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है जो 27 से 29 अक्टूबर, 2023 तक आयोजित होगा. यह आयोजन दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में भारत की अविश्वसनीय प्रगति को रेखांकित करने, महत्वपूर्ण घोषणाएं करने तथा स्टार्ट-अप को अपने नवीन उत्पादों और समाधानों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा.
आधुनिक तकनीक पर होगी चर्चा
'वैश्विक डिजिटल नवाचार' थीम के साथ, आईएमसी 2023 का लक्ष्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकासकर्ता, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है. तीन दिवसीय कांग्रेस में 5जी, 6जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला जाएगा और सेमीकंडक्टर उद्योग, हरित प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा आदि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
आईएमसी 2023 में लगभग 22 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं जिनमें लगभग 5000 सीईओ स्तर के प्रतिनिधि, 230 प्रस्तुतिकर्ता, 400 स्टार्टअप और अन्य हितधारक शामिल हैं.