
पेट्रोल-और डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार, विपक्ष के निशाने पर है. उत्तराखंड और झारखंड के कई जिलों में भी तेल की कीमतों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पंपों पर विरोध प्रदर्शन किया. पेट्रोल डीजल की कीमतों पर उत्तराखंड में ही कांग्रेस ने सभी 70 विधानसभाओं में तेज विरोध प्रदर्शन किया.
कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार आपदा के 13 महीनों में 43 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पेट्रोल पंपों पर बेतहाशा मूल्य वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया.
कांग्रेस ने साफ तौर पर भारतीय जनता पार्टी सरकार पर जनता का शोषण करने का आरोप लगाया है. देहरादून में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर पेट्रोल पंप पर धरना देकर सरकार को घेरा.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने बड़ी बेशर्मी के साथ 'आपदा में अवसर' के नारे को साकार किया. सरकार ने 5 महीनों में पेट्रोल डीजल के दामों में 43 बार बढ़ोतरी कर कोरोना से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे लोगों की जेब पर खुले आम डाका डालने का घिनौना काम किया है.
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वहीं युवा कांग्रेस ने धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में एक निजी पेट्रोल पंप में महंगाई के खिलाफ एक अनोखा प्रदर्शन किया. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव संदीप और उनके साथियों ने अर्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया. युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव संदीप चमोली ने पेट्रोल-डीजल के दामों में उछाल को निराशाजनक बताया.

झारखंड में भी कांग्रेस का हल्ला बोल
पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में राज्यभर के पेट्रोल पंप के सामने कांग्रेस ने सांकेतिक विरोध प्रदर्श किया.
रामेश्वर उरांव ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में उछाल से अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमत में भी वृद्धि होती है. यदि इस पर शीघ्र अंकुश नहीं लगाया गया, तो पूरे देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. सात साल पहले 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 145 प्रति डॉलर थी, उस वक्त देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत 70 रुपये से नीचे थे, लेकिन जब क्रूड ऑयल की कीमत 73 रुपये है, तो पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के करीब पहुंच गयी है.
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कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सात वर्षां के कार्यकाल में विकास महंगाई का हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों के विकास की बात पूरी तरह से बेकार साबित हुई है. यह सरकार सिर्फ मुनाफाखोरी और व्यापारियों को मदद पहुंचाने का काम कर रही है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि राज्य में जब से महागठबंधन की हेमंत सरकार आई है, पेट्रोलियम पे वीएटी में कोई इजाफा नहीं किया गया है. प्रदेश में बीजेपी शासन काल में जो टैक्स लगा था, वही अब भी जारी है. 13 महीनों में पेट्रोल की कीमत में 26.70 रुपये और डीजल की कीमत में 25.02 रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती सिर्फ चुनाव के दौरान
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती सिर्फ चुनावी अवसरों पर होती हैं. चुनावी प्रचार से फुर्सत मिलते ही भाजपाई लूट फिर से प्रारंभ हो जाती है.ये कैसी भाजपाई लूट है-जो सिर्फ चुनावी अवसरों पर रूक जाती है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग केंद्रों पर मोदी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर जमकर घेरा.
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