पाकिस्तान अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वो बार-बार कश्मीर को लेकर लगातार झूठे दावे किए जा रहे हैं. पिछले हफ्ते ही पाकिस्तान सरकार ने एक डोजियर जारी किया है, जिसमें उसने भारतीय सुरक्षाबलों पर जम्मू-कमश्मीर में मास किलिंग करने का झूठा आरोप लगाया है. डोजियर को पाकिस्तान के एनएसए मोईद युसुफ, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में जारी किया था.
इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने पुरानी तस्वीरें दिखाकर भारतीय सेना को बदनाम करने की नाकाम कोशिश भी की है. पाकिस्तान ने डोजियर में एक तस्वीर जारी की है और दावा किया है कि 4 जुलाई 2017 को पुलवामा के बहमनू इलाके में भारतीय सुरक्षाबलों ने जहांगीर खांडे नाम के शख्स को मार गिराया था. पाकिस्तान ने अंदेशा जताया है कि भारत ने 'रसायनिक हथियारों' का इस्तेमाल किया है.
पाकिस्तान ने रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल के दावे को सही ठहराने के लिए जिस तस्वीर का सहारा लिया है, वो तस्वीर 2011 की है. इस तस्वीर को नवंबर 2011 में एक वेबसाइट पर पोस्ट किया गया था और दावा था कि ये तुर्की में हुई हिंसा की तस्वीरें हैं. यही तस्वीरें 2013 में भी एक इंटरनेट फोरम पर शेयर की गई थीं और उसमें भी तुर्की और कुर्दों के बीच हुई हिंसा की बात कही गई है.
ये भी पढ़ें-- Exclusive: अफगानिस्तान पर कंट्रोल को लेकर पाकिस्तान सेना प्रमुख और ISI में ठनी
लेकिन उससे भी पहले 2009 में भी इन्हीं तस्वीरों को एक दूसरे प्लेटफॉर्म पर भी साझा किया गया था और दावा था कि ये शव गाजा की एक घटना का है, जहां सफेद फास्फोरस बम का इस्तेमाल किया गया था. अब इन्हीं असत्यापित तस्वीरों को पाकिस्तान ने अपने डोजियर में जगह दी है.
पाकिस्तान सरकार ने 153 पेज का डोजियर जारी तो कर दिया, लेकिन उसमें ये कहीं जिक्र नहीं किया कि 2017 में जो पुलवामा के बहमनू इलाके में आतंकी मारे गए थे, वो आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे. भारत ने हिज्बुल मुजाहिदीन को आतंकी संगठन घोषित किया है. अमेरिका ने भी इसे 'विदेशी आतंकी संगठन' घोषित कर रखा है. इसका प्रमुख सैयद सलाउद्दीन है, जिसे अमेरिका ने आतंकी घोषित किया है.