ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों को बहुत जल्द एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है. नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानी NMRC बहुत जल्द नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) से जोड़ते हुए एक नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू करेगा, जो नॉलेज पार्क 5 तक होगा. इसके लिए एनएमआरसी की बोर्ड बैठक में डीपीआर को मंजूरी दे दी गई है.
लंबे समय से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले हाउसिंग सोसायटी के लोग नोएडा एक्सटेंशन में मेट्रो की मांग कर रहे थे. लोगों की मांग को देखते हुए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने नई मेट्रो कॉरिडोर के लिए डीपीआर तैयार किया था, जिसे एनएमआरसी के बोर्ड बैठक में मंजूरी दे दी गई है. 2,991.60 करोड़ की लागत से बनने वाले इस नए मेट्रो कॉरिडोर में करीबन 11 मेट्रो स्टेशन जोड़े जाएंगे, जो नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नॉलेज पार्क 5 तक जोड़ेगा. इस पूरे नए मेट्रो कॉरिडोर की लंबाई 17 पॉइंट 435 किलोमीटर होगी.
खास बात यह है कि दिल्ली से डायरेक्ट ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ जाने वाले लोगों को भी इस नए मेट्रो कॉरिडोर के जरिए बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC ) दोनों ने वार्ता कर सेक्टर 61 ब्लू लाइन को इस नए मेट्रो कॉरिडोर से जोड़ने की योजना बनाई है. एक्वा लाइन पर सेक्टर 51 से जुड़ कर यह मेट्रो कॉरिडोर सेक्टर 61 से शुरू होगा, जो एक्वा लाइन और और ब्लू लाइन के लिए इंटरचेंज होगा, उसके बाद ये मेट्रो कॉरिडोर सेक्टर 70, सेक्टर 122 होते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 5 तक जाएगा.
इस नए मेट्रो कॉरिडोर पर होंगे ये स्टेशन
सेक्टर 51 (एक्वा लाइन पर पहले से बना हुआ स्टेशन)
1) नोएडा सेक्टर 61 (नए मेट्रो कॉरिडोर में ब्लू लाइन और एक्वा लाइन का इंटरचेज बनेगा)
2) नोएडा सेक्टर 70
3) नोएडा सेक्टर 122
4) नोएडा सेक्टर 123
5) ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4
6) इकोटेक 12
7) ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2
8) ग्रेटर नोएडा सेक्टर 3
9) ग्रेटर नोएडा सेक्टर 10
10) ग्रेटर नोएडा सेक्टर 12
11) ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 5
इस नए मेट्रो लाइन के बनने से सबसे ज्यादा ग्रेटर नोएडा वेस्ट यानी नोएडा एक्सटेंशन गौर सिटी के आस-पास की सड़कों पर होने वाले हेवी ट्रैफिक से निजात मिलेगी. बता दें कि नोएडा एक्सटेंशन के बड़े हाउसिंग सोसायटी में लाखों लोग रहते हैं, जिस कारण लंबे समय से नोएडा एक्सटेंशन के लिए मेट्रो की मांग की जा रही थी. आबादी का ज्यादा घनत्व होने के कारण नोएडा एक्सटेंशन के इलाके में सुबह-शाम लोगों को हेवी ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ये नया मेट्रो कॉरिडोर न केवल लोगों की यात्रा के काम आएगा बल्कि ये सड़क पर ट्रैफिक के दबाव को भी कम करेगा.