राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में तिब्बती धर्मगुरु हिस होलीनेस दलाई लामा की सुरक्षा या खालिस्तानी आतंकी फंडिंग से जुड़े किसी भी मामले में तलाशी या छापेमारी की खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है. टीम ने बताया कि ये तलाशी अभियान 'डंकी रूट' से मानव तस्करी मामले से संबंधित थी.
एनआईए ने कहा है कि शुक्रवार को की गई छापेमारी ‘अमेरिका डंकी रूट’ मानव तस्करी मामले से संबंधित थी, जिसके बारे में पहले ही गुरुवार को जारी किए गए प्रेस नोट में दी गई थी.
एजेंसी ने ये स्पष्ट किया कि इस छापेमारी का न तो दलाई लामा से कोई संबंध था और न ही खालिस्तानी आतंकवादियों से जुड़े किसी भी मामले से और इस संबंध में मीडिया में चल रही खबरें पूरी तरह से झूठी हैं.
एजेंसी ने ये भी स्पष्ट किया कि स्थानीय पुलिस को इस छापेमारी के बारे में पहले से सूचित किया गया था और वह एनआईए की टीम के साथ मैक्लोडगंज में मौजूद थी. ये छापेमारी दिल्ली में एक समानांतर तलाशी के साथ-साथ की गई थी. गुरुवार को जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, इस मानव तस्करी मामले में तलाशी के दौरान दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
'अमेरिका डंकी रूट' मामला अवैध मानव तस्करी से संबंधित है, जिसमें लोग गैरकानूनी तरीकों से, विशेष रूप से तथाकथित 'डंकी' रूट के जरिए अमेरिका में एंट्री करने की कोशिश करते हैं. ये रास्ता खतरनाक और जोखिम भरा होता है, जिसमें तस्कर मोटी रकम लेकर प्रवासियों को अवैध रूप से सीमा पार कराने का वादा करते हैं. एनआईए इस तरह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है और इस मामले में पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.