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महेंद्र सिंह धोनी का एक्स बिजनेस पार्टनर मिहिर दिवाकर अरेस्ट, 15 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में हुई गिरफ्तारी

मिहिर दिवाकर ने क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए 2017 में महेंद्र सिंह धोनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. लेकिन दिवाकर ने समझौते में बताई गई शर्तों का पालन नहीं किया. इस मामले में अरका स्पोर्ट्स को फ्रेंचाइजी का शुल्क भुगतान करना था. समझौते के तहत प्रॉफ‍िट शेयर करना था, पर समझौते के सभी नियम और शर्तों की धज्ज‍ियां उड़ा दी गईं.

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MS Dhoni
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बिजनेस पार्टनर रहे मिहिर दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. धोनी ने मिहिर के खिलाफ 15 करोड़ की धोखाधड़ी को लेकर आपराधिक मामला दर्ज कराया था. 

धोनी की शिकायत के बाद मिहिर के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं 406, 420, 467, 468, 471 औऱ 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया था. ये शिकायत अरका स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के खिलाफ रांची की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दर्ज कराई गई थी.

मिहिर दिवाकर और उनकी पत्नी सौम्या दास इस कंपनी के निदेशक हैं. मिहिर को जयपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उन पर जयपुर में एमएस धोनी के नाम का गलत इस्तेमाल कर क्रिकेट अकेडमी खोलने के आरोप हैं.

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के मुताबिक, दिवाकर के खिलाफ मामला जयपुर के गांधी पंथ इलाके में एमएस धोनी के नाम पर क्रिकेट अकादमी खोलने की धोखाधड़ी के आरोपों से जुड़ा है. दिवाकर की गिरफ्तारी से इस मामले की गंभीरता का पता चलता है. 

क्या है मामला?

मिहिर दिवाकर ने क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए 2017 में महेंद्र सिंह धोनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. लेकिन दिवाकर ने समझौते में बताई गई शर्तों का पालन नहीं किया. इस मामले में अरका स्पोर्ट्स को फ्रेंचाइजी का शुल्क भुगतान करना था. समझौते के तहत प्रॉफ‍िट शेयर करना था, पर समझौते के सभी नियम और शर्तों की धज्ज‍ियां उड़ा दी गईं.

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इसके बाद धोनी ने मिहिर और उनकी कंपनी से सारे अधिकार छीन लिए थे. लेकिन इसके बाद भी मिहिर ने धोनी के नाम का उपयोग किया और भारत समेत विदेशों में कई क्रिकेट अकादमी खोलीं. मिहिर पर आरोप है कि उन्होंने एमएस धोनी क्रिकेट अकादमी, एमएस धोनी स्पोर्ट्स अकादमी के लिए पैसे लिए और धोनी के साथ धोखाधड़ी की. इस तरह धोनी के नाम पर करीब 15 करोड़ की धोखाधड़ी की गई.

इस मामले के सामने आने के बाद बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) और निजी फायदे के लिए किसी भी सेलिब्रिटी के नाम का दुरुपयोग करने के लिए कानूनी खामियाजा भुगतने को लेकर चर्चा फिर तेज हुई.

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(इनपुट: दिशांक पुरोहित)
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