डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) नेता टी. आर. बालू इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं. बीते दिनों उन्होंने अपनी पार्टी के नेता एवं मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को छूने वाले के हाथ काटने की धमकी दी थी. अब उनका एक वीडियो सामने आया है. इसमें वो कह रहे हैं कि उन्होंने 100 साल पुराने तीन मंदिरों को तोड़ा है.
पता था कि वोट नहीं मिलेंगे- टी. आर. बालू
गौरतलब है कि विवादों में घिरे सांसद टी. आर. बालू का एक वीडियो वायरल हो रहा है. एक सभा को संबोधित करते हुए वो कह रहे हैं, "मैंने 100 साल पुराने सरस्वती मंदिर, लक्ष्मी मंदिर और पार्वती मंदिर को तोड़ा है. ये तीनों मंदिर मेरे निर्वाचन क्षेत्र में जीएसटी रोड पर थे."
डीएमके के लोग मंदिरों को गिराने में गर्व महसूस करते हैं
उनके इस वीडियो को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने कहा कि डीएमके के लोग 100 साल पुराने हिंदू मंदिरों को गिराने में गर्व महसूस करते हैं. यही कारण है कि हम HR&CE (हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती अधिनियम) को भंग करना चाहते हैं और मंदिरों को सरकार के चंगुल से मुक्त कराना चाहते हैं.
टी आर बालू के बयान का पूरा वीडियो
हालांकि, टी. आर. बालू के भाषण का पूरा वीडियो सामने आया है. इसमें वो कह रहे हैं कि एक परियोजना के लिए पूजा स्थलों को तोड़ना पड़ा. सेतुसमुद्रम परियोजना के बारे में बोलते हुए बालू ने कहा कि उन्हें फोर लेन रोड बनाने के लिए मस्जिदों और मंदिरों को तोड़ना पड़ा.
कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने भी उन्हें फोन किया और पूजा स्थल को गिराने के नतीजों के बारे में आगाह किया था. टीआर बालू ने कहा कि परियोजना को लागू करने के लिए यह आवश्यक था. इसके लिए ज्योति बसु ने उनसे अनुरोध किया था कि वो अपनी पार्टी के सांसदों के साथ जाएं और नाराज लोगों से बात करें.
बालू ने कहा, “मैं उनके पास गया और कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में सरस्वती मंदिर, लक्ष्मी मंदिर और पार्वती मंदिर को मुझे गिराना है. मुझे पता था कि वोट नहीं मिलेंगे, लेकिन वोट कैसे लेना है यह भी जानता था. इसलिए जब कामरेडों ने कहा कि वोट नहीं मिलेंगे तो मैंने कहा कि मैं एक भव्य और सुंदर मंदिर का निर्माण करूंगा. ढांचों को गिराने के बाद मैंने नए मंदिर का निर्माण कराया. इस तरह मैंने धार्मिक विश्वासों को विश्वास दिलाया”.
स्टालिन को छूने वाले शख्स के हाथ काटने से हिचकूंगा नहीं
इससे पहले बालू ने कहा था कि वह पार्टी अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को छूने वाले के हाथ काट देंगे. बालू ने कहा कि यह उनका धर्म है. यह सही नहीं है तो आप कोर्ट जा सकते हैं.
टी आर बालू ने कहा, "मैं अपने नेता स्टालिन या वीरमणि को छूने वाले शख्स के हाथ काटने से हिचकूंगा नहीं. यह मेरा धर्म है. अगर आपको लगता है कि यह सही नहीं है तो आप कोर्ट जा सकते हैं. लेकिन तब तक मैं काम कर चुका हूंगा."
ऐसा करना ही न्याय है- टी. आर. बालू
उन्होंने कहा कि वो बहुत सख्त हैं. जब कुछ गलत होता है तो बहुत गुस्सा आता है. जब गलत चीजें होती हैं तो वो बेकार नहीं बैठ सकते. अगर कोई डीके प्रमुख वीरामणि को गाली देगा तो चुप नहीं बैठ सकता. कहा कि अगर उनकी पार्टी के नेता को किसी ने गाली देने की कोशिश की या वीरामणि के खिलाफ हाथ उठाया तो हाथ काट दिया जाएगा. ऐसा करना ही न्याय है.