
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने सीमावर्ती इलाके में अवैध तरीके से भारत में दाखिल हो रहे एक शादीशुदा जोड़े को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार शाम को एक युवक बांग्लादेशी महिला के साथ गैरकानूनी तरीके से सीमा में दाखिल हो रहा था.
26 जून को सीमा सुरक्षा बल की खुफिया शाखा ने मधुपुर सीमा चौकी पर तैनात जवानों को अलर्ट किया था कि कुछ लोग सीमा में बांग्लादेश की ओर से दाखिल हो रहे हैं. करीब शाम के 4 बजे जवानों ने सीमा सड़क पर दो लोगों को देखा. उन्हें रोककर सुरक्षाबलों ने पूछताछ शुरू की.
पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया है कि वे पति-पत्नी हैं. उनकी मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी और दोनों में प्यार हो गया. गिरफ्तार युवक ने बताया कि वह तारकनगर के अप्पू नाम के एक दलाल की मदद से 8 मार्च 2021 को ही बांग्लादेश पहुंचा था. उसने वहां 10 मार्च को शादी रचाई, फिर 25 जून को तक बांग्लादेश में ही रुका रहा.
जब युवक से उसकी पहचान पूछी गई तो उसने तत्काल बता दिया, लेकिन महिला अपनी पहचान नहीं बता पाई. जब बीएसएफ को मामला संदिग्ध लगा तो पूछताछ के लिए मधुपुर सीमा चौकी पर दोनों को लेकर आए. गिरफ्तार बांग्लादेशी महिला की भी पहचान हो गई है. महिला की उम्र 18 साल है, वहीं भारतीय नागरिक का नाम जयकांतो चंद्र राय है, जिसकी उम्र 24 साल है.
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वहीं, बांग्लादेशी लड़की ने बताया कि वह बांग्लादेश की रहने वाली है, वह अपने पति के साथ भारत आ रही थी. उन्होंने राजू मंडल नाम के एक बांग्लादेशी दलाल को सीमा पार कराने के लिए 10 हजार बांग्लादेशी टका भी दिया था. बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए दोनों को पुलिस थाना भीमपुर को सौंप दिया है.

लव स्टोरी का ऐसा हुआ खुलासा
82वीं वाहिनी के कामांडिंग ऑफिसर संजय प्रसाद सिंह ने बताया कि गिरफ्तार लड़के और लड़की से बीएसएफ की इंटेलिजेंस ब्रांच ने सघन पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद उन्होंने लव अफेयर की बात कही, जिसकी पुष्टि भी हुई. उन्होंने कहा कि भारतीय युवक ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पारकर बांग्लादेश में जाकर शादी रचाई.

कमांडिंग ऑफिसर ने कहा कि अक्सर ह्युमन ट्रैफिकिंग की जाल में मासूम लड़कियां फंस जाती हैं, जिन्हें देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया जाता है. किसी भी तरह की मानव तस्करी रोकने के लिए दक्षिण बंगल फ्रंटियर ने एंटी ह्युमन ट्रैफिकिंग रैकेट को बॉर्डर पर तैनात किया है. बीएसएफ सभी पहलुओं के मद्देनजर जांच करती है, जिससे गरीब और मासूम बच्चियां देह व्यापार के दलदल में न फसें.