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'सब्जियां हिंदू हुईं... बकरा मुसलमान हो गया', संसद में महुआ मोइत्रा ने मोदी सरकार को घेरा

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा जारी है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करते हुए सवाल किया कि ऐसा कौन सा राज्या है, जहां 5 हजार बंदूके थाने से लूट ली गईं और उपद्रवी 6 लाख गोलियां भी अपने साथ ले गए.

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महुआ मोइत्रा (File Photo)
महुआ मोइत्रा (File Photo)

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीच लोकसभा में गुरुवार का दिन भी हंगामेदार रहा. तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रस्ताव पर चर्चा के तीसरे दिन केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. महुआ ने केंद्र पर सवालों की झड़ी लगाते हुए पूछा कि आखिर किस राज्य में 5 थानों से 5 हजार बंदूकें और 6 लाख गोलियां लूटी गईं, प्राकृतिक आपदा के अलावा आखिर किस राज्य को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. 

महुआ ने आगे सवाल किया कि किस राज्य में ऐसा हुआ है कि दो इलाकों के बीच बफर जोन बनाना पड़ा हो. पहाड़ के लोग घाटी पर और घाटी के लोग पहाड़ पर नहीं जा सकते हों. किस राज्य में जंगल घट गया है. यह सब मणिपुर में हुआ है और यह डबल इंजन की सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है. 

महुआ ने समाज में फैल रही धार्मिक वैमनस्यता पर कहा कि सब्जियां हिंदू हो गईं और बकरा मुसलमान हो गया है. इस तरह का माहौल बना दिया गया है. एक समुदाय दूसरे समुदाय के खिलाफ अपराध कर रहा है और पीड़ितों को इंसाफ तक नहीं मिल पा रहा है.

'पता है, हमारे पास आंकड़े नहीं हैं'

लोकसभा के सदन में मोदी सरकार को घेरते हुए महुआ मोइत्रा ने अविश्वास प्रस्ताव पर कहा,'हमें पता है कि हमारे पास आंकड़े नहीं है. बीजेडी सहित कई दलों ने हमारा साथ छोड़ दिया है. लेकिन हम INDIA बनकर इसलिए नहीं आए हैं कि हमें सरकार को गिराना है. बल्कि, हम तो इसलिए आए हैं, क्योंकि हम कुछ नया खड़ा करना चाहते हैं. यह अविश्वास प्रस्ताव कुछ गिराने के लिए नहीं, बल्कि कुछ उठाने के लिए लाया गया है. यह प्रस्ताव INDIA में विश्वास के लिए लाया गया है.'

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बंगाल-राजस्थान के मामले अलग

महुआ ने कहा,'मणिपुर के मुद्दे पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है. इसे काउंटर करने के लिए जहरीले बयान दिए जा रहे हैं कि राजस्थान, बंगाल और छत्तीसगढ़ में दुष्कर्म के मामलों पर चर्चा क्यों नहीं हुई. मैं बता देना चाहती हूं कि इन राज्यों के मामले अलग हैं.' उन्होंने आगे कहा कि हमें लगा कि पीएम यह सब सुनने के लिए यहां आएंगे, लेकिन नहीं. वह आपकी बातें थोड़ी ना सुनेंगे. वो तो बस आखिरी दिन आएंगे और सबकी धज्जियां उड़ाकर चले जाएंगे. 

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