कोलकाता नगर निगम चुनाव में TMC का कमाल Kolkata Municipal Election Results 2021 Updates: कोलकाता नगर निगम चुनाव के मंगलवार को आए नतीजों में टीएमसी की सुनामी नजर आई. पार्टी ने 144 वार्ड में से 134 में जीत हासिल की. वहीं, भाजपा को 3 और लेफ्ट और कांग्रेस को 2-2 सीटों पर जीत मिली, बाकी 3 सीटें अन्य के खाते में गईं. वोट % की बात करें तो टीएमसी को 72%, लेफ्ट को करीब 11%, भाजपा को 8.3% और कांग्रेस को 4.4% वोट मिला.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में टीएमसी की सुनामी देखने को मिली. टीएमसी ने 144 में से 134 सीटें हासिल कीं. टीएमसी को करीब 72% वोट मिला. वहीं, इस चुनाव में लेफ्ट फ्रंट को करीब 11% वोट मिला. भाजपा को 8:3% वोट मिला. हालांकि, सीटों के लिहाज से भाजपा नंबर दो पर रही. भाजपा को 3, जबकि लेफ्ट को 2 सीटें मिलीं. कांग्रेस ने भी दो सीटें हासिल की हैं. कांग्रेस को 4.47% वोट हासिल किया.
बीजेपी से मीना देवी पुरोहित, सजल घोष और विजय ओझा ने केएमसी चुनाव जीता है. कोलकाता नगर निगम चुनाव में टीएमसी की सुनामी के बीच छठी बार पार्षद का चुनाव जीतने वाली मीना देवी पुरोहित बेहद खुश हैं. मीना पिछले लगभग 25 सालों से बीजेपी से जुड़ी हुई हैं कोलकाता नगर निगम में डिप्टी मेयर भी रह चुकी है. वह जोड़ासांको विधानसभा सीट से 1 बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं. मीना देवी पुरोहित कोलकाता के 22 नंबर वार्ड से जीती है जो कि बड़ा बाजार इलाके में आता है जहां 70% कारोबारी लोग रहते हैं और बीजेपी का गढ़ माना जाता है.
वही 23 नंबर वार्ड भी बड़ा बाजार के अंतर्गत आता है जहां से विजय ओझा चुनाव जीते हैं. इसके अलावा सजल घोष ने भी बीजेपी के कमल चिन्ह पर चुनाव जीता है. सजल घोष के पिता भी राजनीति में रह चुके हैं. इनके व्यक्तिगत काम और पहचान को ही इनकी जीत की असल वजह बताया जा रहा है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में TMC की बड़ी जीत पर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य चुनाव आयोग के कमिश्नर और कोलकाता पुलिस को निशाने पर लिया है. उन्होंने लिखा, 'राज्य चुनाव आयोग के कमिश्नर सौरव दास को बधाई. चुनाव के लिए कई बड़े कदम उठाए गए. जैसे बिना VVPAT वाली EVM का इस्तेमाल, सीसीटीवी बिना कनेक्शन और डर का माहौल बनाने देना जिसमें कोलकाता पुलिस ने साथ दिया.'
23 दिसंबर को कोलकाता के महाराष्ट्र निवास में टीएमसी नवनिर्वाचित केएमसी चुनाव जीत कर आए सदस्यों की बैठक में कोलकाता के मेयर का चुनाव किया जायेगा.
बंगाल में बनर्जी परिवार के तीसरे सदस्य की चुनाव में जीत. ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी की पत्नी काजरी बनर्जी 73 नंबर वार्ड से लगभग 6500 वोट से गई हैं. राजनीति में ममता और अभिषेक के बाद काजरी तीसरी सदस्य हैं. बीजेपी से मीना देवी पुरोहित, सजल घोष और विजय ओझा ने केएमसी चुनाव जीता.
पश्चिम बंगाल में कोलकाता नगर निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 144 में से 54 सीटों पर जीत हासिल की और 78 सीटों पर आगे चल रही है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी विक्ट्री साइन दिखाती सामने आईं. (इनपुट - ANI)
कोलकाता नगर निगम चुनाव के रुझानों पर सीएम ममता बनर्जी बोलीं कि कोलकाता के लोगों ने जिस तरह का प्यार हमें दिया है, उसके लिए उनको सलाम. यह जीत लोकतंत्र की जीत है. मैं आज कामाख्या मंदिर जाऊंगी. कोलकाता हमारा गौरव है. कोलकाता सबसे सुरक्षित शहर है.
ममता ने आगे कहा कि यह राष्ट्रीय राजनीति की जीत है. बंगाल और कोलकाता आगे का मार्ग दिखाएंगे. बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम को लोगों ने हरा दिया है.
KMC Ward 22 से बीजेपी की उम्मीदवार मीना देवी की जीत हुई है. उन्होंने कहा, 'छठी बार काउंसलर बनने पर मैं बहुत खुश हूं. यह बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनता की जीत है. वोटिंग का तरीका निष्पक्ष नहीं था, ऐसा होता तो बीजेपी और सीटें जीतती.' (इनपुट - ANI)
पिछली बार के नतीजे देखें तो 2015 में कोलकाता नगर निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 144 में से 114 वार्ड पर जीत मिली थी. दूसरा स्थान सीपीएम को मिला था. जहां सीपीएम को 2010 की 33 सीटों के मुकाबले 2015 में केवल 15 सीट मिली थी.
बीजेपी को 7 सीट मिली थी जो 2010 के 3 सीट के मुकाबले कुछ ज्यादा थी. वहीं कांग्रेस को 2010 में 8 सीट के मुकाबले 2015 में 5 सीट मिली थी.
कोलकाता नगर निगम चुनाव के फाइनल नतीजे आने से पहले अभिषेक बनर्जी अब ममता बनर्जी के घर पहुंच गए हैं. बता दें कि कुल 144 वार्ड में से 134 में TMC आगे चल रही है. (इनपुट - सूर्याग्नि राय)
बंगाल में हुए कोलकाता नगर निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस कुल 144 में से 134 वार्डों में आगे है. इसके बाद टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है.

कोलकाता नगर निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस काफी आगे निकल गई है. अब तक के रूझानों में टीएमसी 134 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. वहीं, बीजेपी 3 सीटों पर आगे है. लेफ्ट 4 और कांग्रेस 2 सीटों पर आगे चल रही है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में टीएमसी कमाल कर रही है. ममता की पार्टी फिलहाल 103 सीटों पर आगे है. बीजेपी 4, लेफ्ट 1 और कांग्रेस 2 सीटों पर आगे है. मतलब रुझानों में टीएमसी को बहुमत मिल गया है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में टीएमसी आगे बढ़ती ही जा रही है. फिलहाल टीएमसी 88, बीजेपी 4, कांग्रेस 2 और लेफ्ट 2 सीट पर आगे है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तेजी से बढ़त बना रही है. अब TMC 63 सीटों पर आगे है. बीजेपी अब 4 सीटों पर आगे है वहीं कांग्रेस-लेफ्ट 1-1 सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में ममता बनर्जी की TMC की बढ़त तेजी से बढ़ती जा रही है. अब TMC 55 सीटों पर आगे है. बीजेपी अभी 3 सीटों पर आगे है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में TMC की बढ़त तेजी से बढ़ती जा रही है. अब TMC 40 सीटों पर आगे है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव में अब TMC 34 सीटों पर आगे है. वहीं बीजेपी 3 और कांग्रेस और लेफ्ट 1-1 सीट पर आगे है.
केएमसी चुनाव में अभी तक टीएमसी को बढ़त. शुरुआती रुझान में टीएमसी 7 सीटों पर और बीजेपी 1 सीट पर आगे. (इनपुट - अनुपम मिश्रा)
बीजेपी और सीपीएम ने केएमसी चुनाव में हिंसा और धांधली के आरोप में हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. 23 दिसंबर को सुनवाई होगी. बीजेपी कांग्रेस और सीपीएम ने समूचे केएमसी चुनाव को रद्द करने की मांग के साथ पुनः चुनाव की मांग भी की है.
पिछली बार के नतीजे अगर हम देखे तो 2015 में कोलकाता नगर निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 144 में से 114 वार्ड पर जीत मिली थी. दूसरा स्थान सीपीएम को मिला था. जहां सीपीएम को 2010 की 33 सीटों के मुकाबले 2015 में केवल 15 सीट मिली थी.
बीजेपी को 7 सीट मिली थी जो 2010 के 3 सीट के मुकाबले कुछ ज्यादा थी. वहीं कांग्रेस को 2010 में 8 सीट के मुकाबले 2015 में 5 सीट मिली थी.
19 दिसंबर को कोलकाता नगर निगम चुनाव में लगभग 64% मतदान हुआ है. यही मत तय करेंगे कि क्या टीएमसी दोबारा कोलकाता नगर निगम पर अपना कब्जा कायम करने में कामयाब रहती है या बीजेपी अपना जनाधार बढ़ाने में सक्षम हो पाती है.
कोलकाता नगर निगम चुनाव के नतीजे आज आएंगे. वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. कोलकाता नगर निगम के 144 वार्ड के वोटों की गिनती के लिए कुल 16 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. इन मतगणना केंद्रों में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है. 200 मीटर के दायरे में 144 धारा लागू रहेगी, किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस 200 मीटर के दायरे में नहीं आने दिया जाएगा. सुरक्षा का पूरा जिम्मा कोलकाता पुलिस के हाथों में है. इसके अलावा कोविड के मद्देनजर मतगणना केंद्र में एजेंटों के लिए वैक्सीन का डबल डोज आवश्यक है. (इनपुट - अनुपम मिश्रा)