केरल के कान्हांगड जिले में फूड प्वाइजनिंग से एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि अन्य 18 छात्र-छात्राएं भी फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए. बताया जा रहा है कि छात्रा ने ट्यूशन सेंटर के एक फूड स्टॉल पर शवरमा खाया था जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई.
छात्रा की तबीयत बिगड़ने के बाद लड़की को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उधर, मामले की जानकारी के बाद चेरुवथुर इलाके में स्थित फूड स्टॉल को सील कर दिया गया है. साथ ही मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है.
अस्पताल में भर्ती स्टूडेंट्स की हालत ठीक
पुलिस ने बताया कि केरीवलोर निवासी 16 साल की छात्रा देवानंद की कान्हांगड जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि अन्य 18 स्टूडेंट्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, इनमें से किसी की हालत गंभीर नहीं बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद फूड स्टॉल दुकानदार के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे सील कर दिया गया है.
उधर, जिला चिकित्सा अधिकारी एवी रामदास ने मीडिया को बताया कि हम ऐसे और मामलों की उम्मीद कर रहे हैं और आसपास के अन्य चिकित्सा संस्थानों के डॉक्टरों और कर्मचारियों को चेरुवथुर पीएचसी और नीलेश्वरम के अस्पतालों में उपस्थित होने के लिए कहा है. हम वहां हल्के मामले वाले लोगों के इलाज की योजना बना रहे हैं जबकि गंभीर स्थिति वाले लोगों को जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
मंत्री ने कहा- राज्य भर में रेस्तरां में होगा निरीक्षण
इस बीच, मंत्री एमवी गोविंदन ने अस्पताल में इलाज करा रहे छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य भर के होटलों में गुणवत्तापूर्ण भोजन परोसा जाए. मंत्री ने कहा, "सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में निरीक्षण करेगी कि रेस्तरां में परोसा जाने वाला भोजन अच्छी गुणवत्ता का है या नहीं."
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