भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेनों पर तेजी से काम कर रहा है. अब जल्द ही कर्नाटक को दूसरी वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली है. ये ट्रेन बेंगलुरु और हुबली-धारवाड़ को जोड़ेगी. फिलहाल बेंगलुरु से हुबली पहुंचने में 7 घंटे का समय लगता हैं. इस रूट पर वंदे भारत की शुरुआत से ये सफर केवल 5 घंटे में पूरा हो सकेगा.
धारवाड़ से सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आजतक को बताया कि ये मांग एक लंबे समय से लंबित थी. मैं अश्विनी वैष्णव से मिला था और उन्होंने हुबली-धारवाड़ के लिए वंदे भारत ट्रेन लाने का वादा किया था. जुलाई में हम इस ट्रेन के चलने की उम्मीद कर सकते हैं. इस रूट पर विद्युतीकरण का काम और ट्रैक को मजबूत करने का काम पूरा हो चुका है और ये परियोजना अंतिम चरण में चल रही है.
मैसूर-बैंगलोर की तरह हुबली-धारवाड़ भी बेहद चलने वाला रूट है. इन दोनों शहरों को जोड़ने के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाना बेहद जरूरी था. प्रह्लाद जोशी ने कहा, हुबली-धारवाड़ बेंगलुरु के बाद दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है. यह एक लंबे समय से लंबित मांग थी. अभी हुबली पहुंचने में 7 घंटे लगते हैं. जुलाई के बाद इसमें केवल 5 घंटे लगेंगे.
बता दें कि मैसूर-बेंगलुरु -चेन्नई दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन थी, जिसे पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर नवंबर में शुरू किया गया था. ये ट्रेन विशेष बेंगलुरु छावनी, बैय्यप्पनहल्ली, कृष्णराजपुरम, व्हाइटफील्ड, देवनगोंथी, मलूर, टायकल, बंगारापेट, वरदापुर, बिसानट्टम, कुप्पम, मुलानूर, सोमनायक्कनपट्टी, जोलारपेट्टई जंक्शन, केट्टांडापट्टी, विन्नमंगालम, अंबुर, पच्छापट्टी, विन्नमंगालम, अंबुर, वलथूर, गुडियाट्टम, कवनूर, लटेरी, काटपाडी जंक्शन, सेवुर, तिरुवलम, मुकुंदरायपुरम, वालाजाह रोड, थलंगई, शोलिंगुर, चित्तेरी, अरक्कोनम जंक्शन, तिरुवलंगडु, कदंबत्तूर, तिरुवल्लुर, अवदी, विल्लीवक्कम, पेरंबूर और बेसिन ब्रिज स्टेशन पर रुकती है.