जम्मू-कश्मीर में बॉर्डर पर पिछले दिनों पैदा हुआ हालात की वजह से सेना के अधिकारियों ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास नौगाम सेक्टर में सामुदायिक बंकरों का निर्माण शुरू किया है. नागरिकों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने इलाके में सात सामुदायिक बंकरों पर काम शुरू कर दिया है.
स्थानीय लोगों ने कहा कि हाल ही में हुई हिंसा की वजह से वे डरे हुए हैं, जिससे उनकी रातों की नींद उड़ गई है और वे गहरी चिंता में हैं. उन्होंने अपनी चिंताओं को दूर करने और बंकरों का निर्माण शुरू करने के लिए प्रशासन का आभार व्यक्त किया.
इलाके में रहने वाले लोगों ने कहा, "अगर बीते दिनों जैसी स्थिति फिर से पैदा हुई, तो वे इन बंकरों में शरण लेंगे. पिछली घटनाओं को याद करते हुए, कई लोगों ने कहा कि उन्होंने हाल के दिनों में कभी भी इतनी तनावपूर्ण और डरावनी स्थिति नहीं देखी थी."
पुंछ में हुई थी भारी तबाही
7 मई को भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी. इसके बाद पाकिस्तान ने पुंछ ज़िले में भारी गोलाबारी शुरू कर दी थी, जो 10 मई तक जारी रही. इस दौरान कुल 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पुंछ से थे, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए थे.
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भारतीय सेना ने शनिवार, 17 मई को जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित उन गांवों के निवासियों से मुलाकात की, जो हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी की चपेट में आए थे. यह गोलाबारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई थी, जब भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया था.
सेना के प्रवक्ता ने बताया था कि आर्मी के जवान खाड़ी कर्मारा, झल्लास और आसपास के प्रभावित गांवों में पहुंचे. उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उनके साथ एकजुटता जताई. इस दौरान सेना ने उन्हें आश्वासन दिया कि मुश्किल समय में वे उनके साथ खड़ी है.