जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) से सटे गांवों में भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाकर 42 जिंदा बम (गोलों) को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया. यह सभी बम हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई गोलाबारी के बाद खेतों और रिहायशी इलाकों में गिरे हुए थे, जो आम नागरिकों के लिए गंभीर खतरा बने हुए थे.
रक्षा प्रवक्ता के अनुसार, यह ऑपरेशन पुंछ के झुल्लास, सलोतड़ी, धराती और सलानी गांवों में चलाया गया. यह सभी इलाके सीमावर्ती हैं और पिछले दिनों भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण प्रभावित हुए थे. सेना की बम निरोधक टीम और पुलिस ने मिलकर यह ऑपरेशन अत्यंत सावधानी और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए अंजाम दिया, ताकि किसी भी जान-माल का नुकसान न हो.
हो सकता था बड़ा हादसा
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि ये सभी बम सीमा पार से हुई गोलाबारी के दौरान भारत की ओर गिरे थे. यदि इन्हें समय रहते निष्क्रिय नहीं किया जाता तो यह स्थानीय निवासियों के जीवन के लिए खतरा बन सकते थे, खासकर बच्चों और किसानों के लिए जो खेतों में काम करते हैं.
उन्होंने बताया कि सेना की इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि सीमा क्षेत्रों में सामान्य स्थिति और विश्वास बहाल करना भी है.
सीजफायर पर बनी थी सहमती
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को संघर्षविराम पर सहमति बनी थी.