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'मणिपुर हिंसा पर PM मोदी 40 दिन बाद भी चुप', कांग्रेस ने 22 साल पुरानी घटना याद कर बीजेपी को घेरा

मणिपुर हिंसा के मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि 22 साल पहले 18 जून 2001 को पहली बार मणिपुर जला था, तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब सभी दलों ने मांग की थी कि वो प्रधानमंत्री से मिलने चाहते हैं, अटल जी ने 6 दिन बाद ही सर्वदलीय मुलाकात की थी.

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मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है
मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है

मणिपुर पिछले डेढ़ महीने से सुलग रहा है. हिंसक झड़पों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस मामले में कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमले कर रही है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि समान विचारधारा वाली 10 पार्टियां 10 जून से मणिपुर हिंसा के मामले में प्रधानमंत्री से मिलना चाह रही हैं. सभी दलों ने उनसे मुलाकात के लिए वक्त मांगा है, हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी अपनी विदेश यात्रा से पहले सभी पार्टियों से मुलाकात करेंगे.

जयराम रमेश ने कहा कि 22 साल पहले 18 जून 2001 को पहली बार मणिपुर जला था, तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब सभी दलों ने मांग की थी कि वो प्रधानमंत्री से मिलने चाहते हैं, अटल जी ने 6 दिन बाद ही सर्वदलीय मुलाकात की थी. इतना ही नहीं, 8 जुलाई को प्रधानमंत्री से दोबारा मुलाकात की गई थी. 8 जुलाई 2001 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलजी ने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील की थी. लेकिन मौजूदा हालात में 40 दिन से ज्यादा बीत गए हैं, लेकिन पीएम मोदी ने अभी तक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है. 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस, जनता दल, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, शिव सेना समेत 10 पार्टियों ने प्रधानमंत्री से मिलने का वक्त मांगा है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि मणिपुर हिंसा के मामले में राज्य सरकार पूरी तरह से फैल हो गई है. अब उम्मीद केंद्र सरकार से है. गृह मंत्री अमित शाह भी मणिपुर गए थे, लेकिन इससे भी कोई फायदा नही हुआ. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को भूल जाइए और अटल बिहारी वाजपेयी को ही याद कर लीजिए, ताकि मणिपुर में अमन-चैन वापस आ सके और शांति बहाल हो सके.

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