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इजरायल में मारी गईं केरल की नर्स का शव दिल्ली पहुंचा, हमास के हमले में हुई थी मौत

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच फिर संघर्ष शुरू हो गया है. फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास की तरफ से इजरायल पर रॉकेट हमले दागे जा रहे हैं. इन्हीं हमलों में केरल की नर्स सौम्या संतोष की मौत भी हो गई थी. उनका शव शनिवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा.

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दिल्ली से शव केरल ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. (फोटो-ANI)
दिल्ली से शव केरल ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. (फोटो-ANI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केरल की नर्स सौम्या संतोष की हुई थी मौत
  • 11 मई को रॉकेट हमले में मारी गई थीं सौम्या

इजरायल में रॉकेट हमले में मारी गईं केरल की सौम्या संतोष का शव शनिवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. यहां से शव केरल के इडुक्की भेजा जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. सौम्या संतोष इजरायल में बतौर नर्स काम करती थीं और बीती 11 मई को फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास की ओर से हुए रॉकेट हमले में उनकी मौत हो गई थी. शव को रिसीव करने विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन एयरपोर्ट पहुंचे थे.

30 साल की सौम्या संतोष केरल के इडुक्की जिले में कांजीरामनाथम की रहने वाली थीं. वो इजरायल में अश्कलोन में एक बुजुर्ग महिला के यहां बतौर नर्स काम करती थीं. ये इलाका गजा पट्टी के पास है और हमले में बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सौम्या बीते 7 साल से इजरायल में रह रही थीं. उनका एक 9 साल का बेटा भी है जो केरल में उनके पति के साथ ही रहता है. परिवार की मानें तो हमले से थोड़ी देर पहले ही शाम को सौम्या ने अपने पति से वीडियो कॉल पर बात की थी.

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ये हमला मंगलवार स्थानीय समय अनुसार रात 9 बजे हुआ था. बताया जा रहा है कि हमास की ओर से दागा गया रॉकेट सीधे घर पर ही जाकर लगा था. इसमें सौम्या की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 80 साल की बुजुर्ग महिला बुरी तरह जख्मी हो गई थी. उनकी हालत को लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. 

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दरअसल, बीते कुछ दिनों से इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष शुरू हो गया है. इस संघर्ष की वजह यरुशलम स्थित अल अक्सा मस्जिद है, जिस पर फिलिस्तीन के मुसलमान अपना अधिकार चाहते हैं. मस्जिद के पास फिलिस्तीन के नागरिकों ने प्रदर्शन भी किया था, जिसके बाद इजरायली सेना ने उन्हें खदेड़ दिया था. उसके बाद से ही इजरायली सेना और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच संघर्ष शुरू हो गया है. रोज रॉकेट हमले दागे जा रहे हैं.

अल अक्सा मस्जिद मुसलमानों के लिए ये तीसरा सबसे पवित्र स्थल है. फिलिस्तीन के मुसलमान इस मस्जिद पर अपना अधिकार चाहते हैं. जबकि इजरायल एक यहूदी देश है और उसके लिए यरुशलम  भी बहुत खास महत्व रखता है. यहूदी अल अक्सा मस्जिद को टेंपल माउंट कहते आ रहे हैं और अपने लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल मानते हैं. 

 

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