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Indian Railway: ओमिक्रॉन के चलते रेलवे अलर्ट, यात्रियों की सुरक्षा के लिए लागू होंगे ये नए नियम

Omicron variant: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खौफ को देखते हुए रेलवे ने भी कमर कस ली है. कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के अलावा कुछ नए नियम लागू किए जा रहे हैं. रेलवे मेडिकल स्टाफ को नए वैरिएंट से संबंधित ताजा जानकारी से अपडेट कराते हुए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.

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Omicron Coronavirus Indian Railway:
Omicron Coronavirus Indian Railway:
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नर्स और पारामेडिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात रहेंगे
  • कोविड-19 की स्क्रीनिंग और जांच के लिए बूथ लगाए गए हैं

Omicron, Coronavirus Indian Railway: कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) कई एहतियाती कदम उठा रहा है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में अनुभवी चिकित्सक, नर्स और पारामेडिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात रहेंगे. कोविड-19 के मरीजों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में मेडिकल स्टाफ को नए वैरिएंट से संबंधित ताजा जानकारी से अपडेट कराते हुए विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.

कोविड-19 से बचाव के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा अपने कर्मचारियों को कोविड के टीके लगवाने के लिए कई कदम उठाए गए. जिसका परिणाम है कि पूर्व मध्य रेल के लगभग 80 हजार रेलकर्मियों में से 72 हजार से भी ज्यादा रेलकर्मियों को टीका लग चुका है. लगभग 90 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाया जा चुका है.

वहीं, शेष 10 प्रतिशत कर्मचारी जिन्हें टीका का दूसरा डोज नहीं लग पाया है. उसका कारण यह है कि उनके टीका लगाने के प्रथम डोज के उपरांत जो समय-अंतराल होता है, उसकी अवधि अभी पूरी नहीं हो पाई है.
       
टीके के अलावा पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) द्वारा अपने कर्मचारियों को कोविड-19 से बचाव एवं आपात स्थित में चिकित्सा हेतु कई कदम उठाये गए हैं. इनमें कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए 6 अस्‍पतालों को नामित किया गया है, जहां उनका उचित देखभाल एवं इलाज किया जाता है. इन अस्‍पतालों में कोविड-19 के मरीजों केलिए कुल 206 बेड, जिनमें से आइसीयू के 30 बेड एवं नॉन आइसीयू के 176 बेड आरक्षित किए गये हैं. 

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इसके साथ ही 27 इनवेसिव वेंटिलेटर एवं 83 नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर भी लगाए गए हैं. अस्‍पतालों में इलाज के लिए जरूरी मेडिसिन, ऑक्सीजन कंसेनटेरटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क आदि की उचित व्यवस्था की गई है. इन अस्‍पतालों में छोटे बच्चों के इलाज हेतु भी जरूरी उपाय किये जा रहे हैं.

पूर्व मध्य रेल के दानापुर, सोनपुर एवं पं.दीनदयाल उपाध्याय मंडल रेल अस्‍पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट कार्य करना प्रारंभ कर चुका है. जबकि केन्द्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल/पटना एवं मंडल रेल हॉस्पीटल, धनबाद तथा समस्तीपुर में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट के मशीन की स्थापना की जा रही है और यहां भी जल्द ही ये कार्य करना शुरू कर देगी.
       
इस संदर्भ में पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि कोविड-19 के नये वैरिएंट से उचित तरीके से निपटने हेतु उपरोक्त उपायों के साथ ही रेलवे राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए है. इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा पूर्व मध्य रेल के कई स्टेशनों पर कोविड-19 की स्क्रीनिंग और जांच के लिए बूथ लगाए गये हैं. 

बूथ्‍स पर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है. इनमें दानापुर मंडल के आरा, बक्सर, पाटलीपुत्र, दानापुर, पटना जं., राजेन्द्रनगर टर्मिनल, पटना सिटी, जहानाबाद, बिहार शरीफ, राजगीर, नवादा, शेखपुरा, बड़हिया, लखीसराय, क्यूल, जमुई, झाझा तथा सोनपुर मंडल के हाजीपुर, सोनपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी, खगड़िया, नौगछिया स्टेशन शामिल हैं.

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