पिछले कुछ वर्षों में इनोवेशन के मामले में भारत बेहतर स्थिति में पहुंचा है. इस साल ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 48वें स्थान पर पहुंच गया है. भारत के पोजिशन में चार स्थानों का सुधार आया है. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2020 के मुताबिक मध्य और दक्षिण एशिया में भारत पहले स्थान पर है. 2015 में भारत ग्लोबल इंडेक्स में 81वें पायदान पर था. 2016 में वह 66वें, 2017 में 60वें, 2018 में 57वें और 2019 में 52वें स्थान पर था.
भारत ने पहली बार टॉप 50 में जगह बनाई है. वहीं स्विट्जरलैंड, स्वीडन, अमेरिका, ब्रिटेन और नीदरलैंड वार्षिक रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर हैं. संगठन के अनुसार भारत, चीन, फिलीपींस और वियतनाम वर्षों में अपनी जीआईआई इनोवेशन रैंकिंग में सबसे महत्वपूर्ण प्रगति करने वाली अर्थव्यवस्था रहे हैं. चारों देश अब शीर्ष 50 में हैं.
बता दें कि विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और इनसीड बिजनेस स्कूल की ओर से संयुक्त रूप से ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) सूची, 2020 को जारी किया गया. इसके अनुसार रैंकिंग टॉप पर स्थिरता दिखाती है, लेकिन एक क्रमिक इनोवेशन मसलन चीन, भारत, फिलीपींस और वियतनाम जैसी एशियाई अर्थव्यवस्थाएं पिछले कुछ वर्षों में इस रैंकिंग में काफी आगे बढ़ी हैं.
पिछले पांच वर्षों में भारत की रफ्तार अभूतपूर्व रही है. 2015 में, भारत इस सूची में 81वें स्थान पर था. 2016 में यह 15 स्थानों की छलांग लगाकर 66वें स्थान पर पहुंच गया. 2017 में, यह 6 स्थानों की उछाल के साथ फिर से 60 वें स्थान पर पहुंच गया. 2018 में, भारत 57वें स्थान पर पहुंचने के लिए तीन और रैंक पर चढ़ गया. पिछले साल इस सूची में 52वें स्थान पर 5 स्थान की छलांग लगाई. इस साल, देश आखिरकार टॉप 50 में पहुंच गया. WIPO ने जारी बयान में कहा कि स्विट्जरलैंड, स्वीडन, अमेरिका, ब्रिटेन और नीदरलैंड इनोवेशन रैंकिंग में आगे हैं और टॉप 10 में उच्च आय वाले देशों का वर्चस्व है.
Global Innovation Index 2020 released a few minutes ago.https://t.co/0vv49tyJTi
— Raghunath Mashelkar (@rameshmashelkar) September 2, 2020
Happy to see India jump by 4 ranks to 48 now.
Here is India’s steady climb...
2020 (48)
2019 (52)
2018 (57)
2017 (60)
2016.(66)
2015.(81)
WIPO के बयान में भारत के बारे में कहा गया है कि यह दुनिया में तीसरी सबसे नवीन निम्न मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्था बन गई है, जो कि नए उपलब्ध संकेतकों और जीआईआई के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार को दर्शाती है. आईसीटी यानी सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सेवाओं के निर्यात, सरकारी ऑनलाइन सेवाओं, विज्ञान, इंजीनियरिंग में स्नातक और आरएंडडी वैश्विक कंपनियों जैसे संकेतकों में के लिहाज से देखा जाए तो भारत टॉप 15 में आता है. बता दें कि रैंकिंग के लिए कुल 131 देशों का विश्लेषण किया गया था.