पश्चिम बंगाल (West Bengal) में दो पार्षदों की हत्या के बाद राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. वहीं, अब प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) ने पार्षदों की हत्या पर चिंता जताई है. जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा की कोई जगह नहीं है.
कांग्रेस पार्षद तपन कंडू और तृणमूल कांग्रेस के पार्षद अनुपम दत्ता की पुरुलिया के झालदा इलाके और उत्तर 24 परगना के पानीहाटी में अलग-अलग घटनाओं में रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वहीं. छात्र नेता अनीस खान से चार लोगों ने कथित तौर पर मारपीट की और उसे 18 फरवरी की मध्यरात्रि को हावड़ा जिले के अमटा इलाके में उसके घर की तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई थी.
ऐसी घटनाओं से न बिगड़े राज्य की छवि
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ऐसी घटनाओं से पश्चिम बंगाल की छवि न ‘बिगड़े’ और राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की घटना दोबारा न हो. इस दौरान धनखड़ ने उम्मीद जताई कि हर कोई इसे शांतिपूर्ण स्थान बनाने की ओर काम करेगा.
अन्य राज्यों के मुकाबले पश्चिम बंगाल में शासन बेहतर
वहीं, धनखड़ के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा, 'हमारे राज्य में कुछ छिटपुट घटनाएं हुई और पुलिस जांच कर रही है लेकिन इससे पूरी स्थिति का पता नहीं चलता है. यहां कानून एवं व्यवस्था भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित राज्यों के मुकाबले बेहतर है.'
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में चार प्रदर्शनरत किसानों को एक कार से कुचल दिया जाता है. हाथरस में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया गया. राज्यपाल उत्तर प्रदेश में स्थिति के बारे में क्या सोचते हैं? वहां कोई हिंसा नहीं हुई क्या?’’
टीएमसी पार्षद की हत्या के मामले में 3 लोग गिरफ्तार
अनुपम दत्त की हत्या के मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सबसे पहले गिरफ्तार होने वाले शंभूनाथ पंडित थे. उससे पूछताछ के बाद पुलिस को दो और लोगों के नाम पता चले थे. बराकपुर पुलिस कमिश्नरेट और खड़दह पुलिस की संयुक्त पहल पर सोमवार रात दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया था.