हरियाणा के बहादुरगढ़ में INLD के प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी के दिल दहलाने वाले हत्याकांड से सनसनी फेल गई है. वैसे तो पुलिस ने इस हत्याकांड की FIR में 7 नामजद आरोपियों सहित कुल 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, लेकिन फिर भी ये सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नफे सिंह की हत्या में गैंगस्टर कनेक्शन है या फिर राजनीतिक दुश्मनी. इस बीच पहले आपको यह बताते हैं कि आखिर नफे सिंह राठी हत्याकांड में नामजद 12 आरोपी कौन हैं.
इस मामले में पुलिस ने अपनी FIR में कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया है. इन 12 लोगों में से 7 नामजद हैं. बाकि 5 आरोपियों की पहचान अभी उजागर नहीं हुई है. खासबात यह है कि पांच नामजद आरोपियों में पूर्व विधायक नरेश कौशिक का नाम भी शामिल है. इतना ही नहीं इसमें पूर्व और मौजूदा चेयरमैन सरोज राटी के पति रमेश राठी, चाचा ससुर कर्मवीर राठी, देवर कमल राठी के साथ ही पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश राठी, पोते गौरव और राहुल के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. FIR में बताया गया है कि कार में आए हमलावर 5 थे.
सियासी दुश्मनी के मिले संकेत
नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में जिस पूर्व विधायक नरेश कौशिक का नाम सामने आया है, वह बीजेपी से विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा चेयरमैन के पति समेत परिवार के कई लोगों के नाम भी एफआईआर दर्ज की गई है. इतना ही नहीं एक पूर्व मंत्री के रिश्तेदारों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. इसलिए यह आशंका जताई जा रही है कि इस हत्या के पीछे सियासी एंगल हो सकता है.
गैंगस्टर कनेक्शन का अंदेशा क्यों?
वैसे तो पुलिस इस हत्याकांड को लेकर राजनीतिक एंगल समेत कई और एंगल से जांच कर रही है, लेकिन इसमें गैंगस्टर कनेक्शन होने से भी इनकार नहीं किया जा रहा है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि नफे सिंह राठी को बिल्कुल सिद्धू मूसेवाला की तर्ज पर मारा गया है. जिस तरह सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी. ठीक उसी तरह नफे सिंह राठी की गाड़ी पर भी 40 से 50 राउंड फायरिंग की गई है.
40-50 राउंड गोलियां दागीं
बता दें कि आई10 कार में आए शूटरों ने राठी पर रविवार को उस वक्त हमला किया, जब वो किसी व्यक्ति की मौत पर शोक प्रकट कर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान हमलावरों ने पीछे से उनकी फॉर्च्यूनर कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी. कहा जा रहा है कि शूटरों ने राठी की गाड़ी पर 40 से 50 राउंड गोलियां दागीं और उन्हें छलनी कर दिया. इस हमले में ना सिर्फ नफे सिंह राठी की मौत हुई बल्कि उनके एक सुरक्षाकर्मी की भी जान चली गई.
गाड़ी में मौजूद थे 5 लोग
जिस वक्त नफे सिंह पर यह हमला हुआ, उस समय उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी में कुल पांच लोग मौजूद थे. नफे सिंह ड्राइवर के साथ आगे वाली सीट पर बैठे थे, जबकि उनके तीन गनमैन पीछे की सीट पर बैठे थे. शाम के करीब पांच बजे जब उनका काफिला बराही रेलवे फाटक पर पहुंचा तो पहले से पीछा कर रहे शूटरों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं.