scorecardresearch
 

G20 में रूस-यूक्रेन का मुद्दा भारत के लिए बड़ा सिरदर्द है?

काँग्रेस पर क्यों भारी पड़ने जा रहा है विपक्ष का G8 ग्रुप, जी20 देशों के फॉरेन मिनिस्टर्स की जुटान में क्या हुआ, रूस-यूक्रेन युद्ध कैसे बार बार ऐसी बातचीत में बाधा बन रहा है, क्यों बढ़े एलपीजी के दाम,ऐसी कौन सी मजबूरी है कि LPG के दाम भागते जा रहे हैं और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कैसे चित्त हुई भारतीय बल्लेबाजी?

Advertisement
X
दिन भर
दिन भर

इलेक्शन में वोटिंग मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन की तरह है जिसे जनता हल करती है. हर ऑप्शन को ये साबित करना होता है कि वही सही है. तक़रीबन दस साल से सत्ता में काबिज़ बीजेपी अब तक मजबूत ऑप्शन बनी हुई है. वहीं विपक्षी दल चाहते हैं कि इस बार बटन उनके नाम पर दब जाए. इन विपक्षियों में से एक है कांग्रेस. उसकी तड़प है कि वो विपक्ष में सबसे बड़ा चेहरा बन जाए. भारत जोड़ो यात्रा के बाद तो उसका कॉन्फिडेंस और बढ़ा है लेकिन एक गुट ने उसका मूड खराब कर दिया है. इसे जी8 कहा जा रहा है. इसमें 7 मुख्यमंत्री और एक उपमुख्यमंत्री हैं, सारे गैर कांग्रेसी. नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, केसीआर, हेमन्त सोरेन, भगवन्त मान, केजरीवाल , एमके स्टालिन और तेजस्वी यादव. इन सबकी जुटान का ही नाम जी8 है. 2024 के लिए ये अलग खेमेबबन्दी की तैयारी में हैं. कांग्रेस से इनकी बात तो हुई लेकिन लीडरशिप के पॉइंट ऑफ व्यू पर ये गुट कांग्रेस से सहमत नहीं. अब अगर चुनाव में ये खेमा जाएगा तो डेफनेटली विपक्षी एकता की हवा तो खराब होगी ही.तो ये मुश्किल कितनी बड़ी है कांग्रेस के लिए सुनिए ‘दिन भर’ पॉडकास्ट में.

दुनिया में युद्ध जो भी असर डालते हों लेकिन सबसे बड़ा असर तो ये होता है कि दुनिया दो धड़ों में बंट जाती है. और फिर उसके असर कई और तरह से होते हैं.जैसे अभी चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध का असर भारत तक आया है, जी20 के ज़रिए. भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है. आज जी20 देशों के फॉरेन मिनिस्टर्स की बैठक का पहला दिन था. इससे पहले कुछ ही दिन पहले इन्हीं देशों के फाइनेंस मिनिस्टर्स की बैठक में ये देश किसी एक राय पर नहीं पहुंच सके थे. कारण था रूस-यूक्रेन युद्ध. जिसमें सब देशों की अलग अलग राय थी. जापान और साउथ कोरिया इस बैठक में नहीं हैं. इस पर हम करेंगे बात. लेकिन आज की बैठक में क्या हुआ और कैसे रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भारत के लिए मुसीबत बन रहा है. सुनिए ‘दिन भर’ पॉडकास्ट में.

Advertisement

महीने के बजट का हिसाब लगाने में कोई गड़बड़ी न हो इसलिए सरकार ने ठीक एक तारीख से एलपीजी की कीमतें बढ़ाई हैं, ऐसा मेरा मानना है, सरकार तो बाज़ार में चढ़ती-उतरती कीमतों के कारण ही LPG के दाम घटाती बढ़ाती है. बस आस पास कोई चुनाव की तारीख न पड़ती हो… तो, तीन राज्यों में चुनाव ख़त्म होने के बाद घर में इस्तेमाल होने वाले 14.2 लीटर सिलेंडर के लिए अब 50 रुपये ज़्यादा देने होंगे और 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर के लिए 350 रुपये और पचास पैसे ज़्यादा लगेंगे. दिल्ली में अब घरेलू सिलेंडर की नई क़ीमत 1103 रु और कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत 2119.50 पैसे है. ये कीमतें पिछली बार दो हज़ार बाइस के जून महीने में बढ़ाई गईं थी. यानी सालभर के भीतर-भीतर दूसरी बार. इसकी कीमतें बढ़ने के पीछे कौनसा अर्थशास्त्र काम करता है, ग्लोबल मार्केट का कितना हाथ होता है, और क्या रूस-युक्रेन वॉर भी इसकी बढ़ी कीमतों के लिए ज़िम्मेदार है, इन सभी पहलुओं पर बातचीत सुनिए ‘दिन भर’ पॉडकास्ट में.

 

 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट आज शुरू हो गया और ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन ही भारत को बैकफुट पर धकेल दिया. सीरीज में पहली बार टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी रोहित शर्मा की टीम सिर्फ 109 रनों पर ऑल आउट हो गई. ऑस्ट्रेलियन स्पिनर्स की तिकड़ी के सामने भारतीय धुरंधर एक एक कर धराशायी हो गए और सिर्फ 33 ओवर और दो गेंदों में पूरी टीम का पुलिंदा बंध गया. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा 5 विकेट मैथ्यू कुनेमन ने झटके, वहीं अनुभवी नाथन लायन की झोली में 3 विकेट गिरे. जवाब में ऑस्ट्रलिया ने अबतक अच्छी बल्लेबाज़ी की है और पहले दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट गंवाकर 47 रन की लीड ले ली है. चारों ही विकेट रविंद्र जडेजा को मिले. तो भारतीय बल्लेबाज़ों से कहाँ चूक हुई, यहाँ से मैच किस ओर जा रहा है, और टीम इंडिया को कमबैक करने के लिए क्या करना होगा, इन सब पर ">सुनिए पूरी बातचीत ‘दिन भर’ पॉडकास्ट में.

Advertisement

 

 

Advertisement
Advertisement