Tractor march MSP समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) आज 'WTO क्विट डे' मना रहा है. इसके तहत किसान शाम 4 बजे तक नेशनल और स्टेट हाईवे पर अपने ट्रैक्टर खड़े कर रहे हैं. हालांकि, किसानों का दावा है कि इस दौरान ट्रैफिक जाम नहीं होने दिया जाएगा, लेकिन फिर भी पुलिस अलर्ट मोड पर है.
आज किसानों के दो समूह भारतीय किसान परिषद और ऑल इंडिया किसान सभा NTPC नोएडा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. BKU (टिकैत गुट) ट्रैक्टरों के साथ नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन की अगुवाई कर रहा है.
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ल्ली के कालिंदीकुंज बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम के बीच ट्रैफिक को किसी प्रकार से रोका नहीं गया. यहां सामान्य तरीके से दिल्ली और नोएडा के बीच गाड़ियों की आवाजाही होती रही. हालांकि, इस दौरान यहां नॉएडा से दिल्ली आने वाले सड़क पर जाम नजर आया और गाड़ियां रेंगती हुईं नजर आईं. वही यहां सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. पुलिस बल को तैनात किया गया है.
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि वह संयुक्त मोर्चा की बैठक के लिए चंडीगढ़ गये थे. उन्होंने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई है. इसका गठन संयुक्त मोर्चा से अलग सभी किसान संगठनों से बातचीत करने के लिए किया गया है. अगर कोई संगठन संयुक्त मोर्चा में शामिल होना चाहता है तो वह समिति से बातचीत कर सकता है.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग इलाकों से किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू हो चुका है. बड़ी तादाद में ट्रैक्टर लेकर किसान यमुना एक्सप्रेसवे पर जाने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि, नोएडा पुलिस ने अहतियात बरतते हुए यमुना एक्सप्रेसवे के एंट्री पॉइंट को ही ब्लॉक कर दिया है. पुलिस किसी भी हालत में किसानों को यहां से आगे बढ़ने नहीं देना चाहती है. ताकि आगे ट्रैफिक व्यवस्था खराब ना हो.

(इनपुट: आशुतोष मिश्रा)
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि सरकार धोखे में ना रहे की अगले 2-4 दिन में आंदोलन खत्म हो जाएगा. शुभकरण की हत्या करने वालो के खिलाफ हो कार्यवाही होनी चाहिए. सरकार की गलत नीतियों के कारण आजतक शुभकरण का दाह संस्कार नहीं हो पाया. पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है की उन्हें किसानों को सुरक्षा देनी चाहिए. हरियाणा पुलिस पंजाब की सीमा में आकर हमारे किसानों को उठाकर ले जा रही है.
आज का विरोध-प्रदर्शन भारत को WTO से बाहर करने की मांग को लेकर रखा गया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार से एक मांग की है, जिसके तहत 26 से 29 फरवरी तक अबू धाबी में होने वाले विश्व व्यापार संगठन (WTO) के 13वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में खेती को डब्ल्यूटीओ से बाहर रखने के लिए विकसित देशों पर दबाव डाला जाए.