
दिल्ली में लंबे समय से जमे किसानों ने अपना डेरा खाली कर दिया है. किसान इसे अपनी जीत बता रहे हैं. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत को लंदन में 21वीं सेंचुरी आइकॉन अवार्ड से नवाजा गया. कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद लंदन की कंपनी ने इस अवॉर्ड के लिए राकेश टिकैत को नॉमिनेट किया था. बता दें कि लंदन की स्क्वेयरड वाटरमेलन कंपनी दुनिया के लिए मिसाल बनने वाली शख्सियतों को हर साल आइकॉन अवार्ड देती है.

किसानों के घर वापसी करने के बाद टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने मिठाइयां बांटीं. टिकरी बॉर्डर पर सुबह-सुबह नगर कीर्तन हुआ. इसके बाद किसानों ने काफिले के साथ फतेह मार्च किया. किसानों के सम्मान में प्रदेशभर के टोल प्लाजा पर धरना दे रहे किसान दिल्ली से लौट रहे किसानों पर फूल बरसा रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच को हटा दिया गया है. यहां मौजूद निहंग सिखों ने भी अपना सामान समेट लिया. यहां पर विजय मार्च निकाला गया. इसके बाद किसान अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए.
वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ने शनिवार को ट्वीट किया कि गिद्दड़बाहा के आसा बुट्टर के 2 किसानों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. यह जानकर गहरा दुख हुआ है. किसान टिकरी बॉर्डर से घर लौट रहे थे. उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि हादसे में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को पंजाब सरकार मुआवजा देने के साथ ही सरकारी नौकरी मुहैया कराए.