पंजाब और हरियाणा के किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बड़ा बयान सामने आया है. केंद्र सरकार की ओर से किसान संगठनों को फिर से बातचीत के लिए बुलाया गया है. ये बातचीत तीन दिसंबर को हो सकती है.
किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार देश भर के किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर के सरकार प्रतिबद्ध है. नए कानून भी किसानों के हित में है.
मंत्री बोले कि 3 दिसंबर को किसानों को फिर से वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है, ये मुद्दा राजनीति करने का नहीं है. नरेंद्र सिंह तोमर ने इस दौरान कांग्रेस पर भी वार किया और कहा कि कांग्रेस के लोगों को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए और सार्वजनिक तौर पर अपने घोषणा पत्र से वापस होना चाहिए.
प्रदर्शन पर क्या बोले बीजेपी किसान मोर्चा के प्रमुख?
कृषि कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर बीजेपी किसान मोर्चा के प्रमुख राजकुमार चाहर ने कहा है कि ये बिल किसानों के हित में ही है और पीएम मोदी ने खुद एमएसपी पर भरोसा दिलाया है. हमारी सरकार ने 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने फैसला लिया था, ये तीनों किसान सम्बंधित बिल उस दिशा में एक बड़ा कदम हैं.
कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी किसानों को भड़काने का काम कर रही हैं, वो बताएं कि उनके शासन में किसानों की क्या दशा थी. वो सिर्फ लोगों को भड़का कर राजनीति कर रही हैं, राहुल तो सोफे पर बैठकर ट्रैक्टर यात्रा निकाल रहे थे.
किसान मोर्चा के प्रमुख के मुताबिक, तीन दिसंबर को किसानों के साथ सरकार की होने वाली बातचीत में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के अलावा पीयूष गोयल भी शामिल होंगे.
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में कृषि से जुड़े तीन कानूनों को पास किया है, जिसका भारी विरोध हो रहा है. पंजाब, हरियाणा में मुख्य तौर पर किसान इन कानूनों के खिलाफ मुखर हैं. पहले भी केंद्र और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच चर्चा हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है.
दरअसल, किसानों की मांग है कि ये कानून वापस होने चाहिए. इसके अलावा एमएसपी पर सरकार की ओर से भरोसा दिया जाना चाहिए और मंडी को लेकर पहले की स्थिति बहाल करनी चाहिए.
गुरुवार को पंजाब से हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच कर रहे किसानों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया. अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनाव हुआ. किसानों ने यहां बैरिकेडिंग तोड़ दी, पुलिस पर पथराव भी किया. जवाब में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, पानी की बौछार फेंकी और फिर आंसू गैस के गोले दागे.