किसानों का आंदोलन लगातार जारी है (PTI) कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का आह्वान किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि यूपी और उत्तराखंड के किसान चक्का जाम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा है कि यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसान स्टैंड बाई में रहेंगे.
दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर गोरखपुर के एक किसान संजयय यादव भी किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे हैं. संजय यादव ने गले में लिट्टी की माला पहन रखी थी.
सुप्रीम कोर्ट की ओर से कृषि कानून से जुड़े मामले में बनाई गई कमेटी ने पिछले दो दिन में 9 राज्यों के 32 संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए या आमने-सामने मिलकर चर्चा की. इस चर्चा में यूपी, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश , तेलगांना , महाराष्ट्र और मेघालय के किसान शामिल हुए. इस समिति ने कृषि उपज बाजार मंडी समिति, प्राइवेट मंडी समिति के लोगों से भी चर्चा की है.
सयुंक्त किसान मोर्चा के बलबीर सिंह राजेवाल और राकेश टिकैत का बड़ा बयान आया है. दोनों नेताओं ने गाजियाबाद में कहा है कि कल यानी 6 फरवरी को यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा. दोनों नेताओं ने कहा है कि यूपी-उत्तराखंड में किसान केवल जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौपेंगे. चक्का जाम नहीं करेंगे.
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कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया, जिसे कृषि कानूनों से जोड़ा जा रहा है. सिद्धू ने अपने ट्वीट में लिखा कि हर व्यक्ति गलती करता है, लेकिन एक अच्छा इंसान वही है जो इनसे सीखता है और उसे सुधारने की कोशिश करता है. घमंड ही सबसे बड़ा पाप है.
All men make mistakes , but a good man yields when he knows his course is wrong and repairs the evil , the only sin is arrogance !!!
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) February 5, 2021
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झारखंड कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में कई कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है. गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में पदाधिकारियों और मोर्चा संगठनों की बैठक हुई. बैठक में यह तय किया गया कि किसानों के समर्थन में झारखंड में विभिन्न स्थानों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 10 फरवरी को झारखंड के सभी प्रखंडों में किसानों के समर्थन में अधिवेशन किया जाएगा और कृषि कानून को वापस लेने की मांग की जाएगी. 13 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों में 10 किलोमीटर पदयात्रा निकालकर किसान आंदोलन को ताकत दी जाएगी.
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कृषि कानूनों के खिलाफ 6 फरवरी को किसानों ने चक्का जाम का ऐलान किया है. देशभर में किसान दोपहर को करीब तीन घंटे तक चक्का जाम करेंगे. हालांकि, दावा किया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में इसका असर नहीं होगा. बीते दिन राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली के आसपास पहले ही काफी जगह ट्रैफिक बंद है, ऐसे में यहां पहले ही चक्का रुका हुआ है.