ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) ने अपने विश्लेषण में पाया कि चीनी जहाज भारत की जल सीमा के निकट शोध के नाम पर हिंद महासागर क्षेत्र का मानचित्र तैयार कर रहे हैं. ओपन-सोर्स इंटेलीजेंस (OSINT) के विश्लेषक पिछले दो साल से चीनी सरकार के इन सर्वेक्षण जहाजों पर नजर रखे हुए हैं. विशेषज्ञों का कहना कि इस जानकारी का उपयोग चीन की सरकार नौसेना की योजनाओं में कर सकती है.
अंडमान-निकोबार के पास दिखे चीनी जहाज
ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) के H.I. Sutton (@CovertShores), @detresfa_ और @AuroraIntel जैसे विशेषज्ञों ने हिंद महासागर क्षेत्र में नौवहन पर पैनी नजर रखी. उन्होंने अपने अध्ययन में पाया कि नागरिक उद्देश्यों के नाम पर किए गए इस शोध में जो आंकड़े जुटाए गए हैं, वे सैन्य अभियानों के लिए भी अहम हो सकते हैं. इनमें से कुछ सर्वेक्षण जहाजों को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास भी देखा गया.
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हिंद महासागर की तलहटी का मानचित्र
नौसेना विशेषज्ञ शटन और Naval News ने इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि चीन का एक टोही जहाज Xiang Yang Hong 03 पहले हिंद महासागर क्षेत्र में था और अब यह दक्षिण चीन सागर में पहुंच चुका है. इस जहाज के कथित तौर पर हिंद महासागर की तलहटी का मानचित्र बनाने और अन्य पैमानों को दर्ज करने के अभियान चलाने की संभावना है.
इंडोनेशिया की सुरक्षा एजेंसी ने पकड़ा
चीन के इस टोही जहाज को इंडोनेशिया की Maritime Security Agency (Baklama) ने उस समय पकड़ लिया, जब यह खुद से अपनी पहचान जाहिर करने वाली प्रणाली को चालू किए बिना ही रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण सुंडा जलडमरूमध्य से गुजर रहा था. इस घटना से कुछ वक्त पहले ही मकस्सर जलडमरूमध्य में चीन के टोही ड्रोन विमान को भी देखा गया था. India Today ने तब भी इस पर एक्सक्लूसिव रिपोर्ट दी थी. इसके बाद इंडोनेशिया की गश्ती नौकाओं ने Xiang Yang Hong को इंडोनेशिया की एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन से बाहर भेज दिया.
चीन का यह अकेला जहाज नहीं
विश्लेषण दिखाता है कि यह पहली बार नहीं है जब चीन का कोई टोही जहाज इस क्षेत्र में दिखा है. ना ही यह इकलौता जहाज है जो इस क्षेत्र में सर्वेक्षण कार्य कर रहा है. हालांकि Xiang Yang Hong 03 की स्वयं पहचान जाहिर करने वाली प्रणाली का डाटा बताता है कि यह अक्सर इंडोनेशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में चक्कर लगाता रहता है.
सैन्य रणनीतिक शोध की भी संभावना
डाटा एनालिलिस दिखाता है कि जरूरी नहीं ये जहाज सिर्फ नागरिक उद्देश्यों से किए जाने वाले शोध में लगे हों. इनके द्वारा जुटाए आंकड़ों का उपयोग सैन्य रणनीति के लिए भी हो सकता है. पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की विशेष रुचि भी है. चीनी नौसेना ने अपनी पनडुब्बी क्षमता को बढ़ाया है. इन सर्वेक्षणों से हासिल डाटा का उपयोग पनडुब्बियों को रास्ता दिखाने और बिना पकड़ में आगे बढ़ने का अवसर देने के लिए हो सकता है.
टोही जहाजों का है एक पैटर्न
ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) कुछ वक्त से इन जहाजों के आने-जाने पर नजर रखे हुए है. उसने अपने विश्लेषण में पाया कि हिंद महासागर में इनके चक्कर लगाने का एक पैटर्न है. पिछले दो साल में इस क्षेत्र में Xiang Yang Hong ('Facing the Red Sun') के चार जहाज शोध कार्य करते देखे गए हैं. ये जहाज Xiang Yang Hong 01, Xiang Yang Hong 03, Xiang Yang Hong 06 और Xiang Yang Hong 19 हैं.
(इनपुट : साइकिरण कन्नन)