पांच राज्यों के चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी की बल्ले-बल्ले है तो वहीं कुछ पार्टियां फिसड्डी साबित हुई हैं. इस चुनाव के नतीजों ने अरविंद केजरीवाल को मुस्कुराने का मौका दिया है तो वहीं कांग्रेस की पेशानी पर बल पड़ गए हैं. पांच राज्यों के चुनावी नतीजों में कभी सत्ता में रहीं पार्टियां बुरी तरह हार गई हैं. पंजाब में बादल परिवार हार गया. यूपी में कभी सरकार में बीएसपी मात्र एक ही सीट जीत सकी. जानते हैं इस चुनाव की 4 बड़ी लूजर पार्टियों के बारे में....
पंजाबः अकाली दल में पिता-पुत्र हारे
पंजाब में इस बार आम आदमी पार्टी की आंधी चली है. 1966 के बाद पहली बार किसी सिंगल पार्टी को 92 सीटें मिली हैं. आप की इस आंधी में चार बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल 11,396 वोटों से हार गए. उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल भी जलालाबाद सीट से 30 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हार गए. बादल परिवार से जुड़े बिक्रम मजीठिया अमृतसर ईस्ट से साढ़े 14 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए. उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल मात्र तीन सीटों पर सिमट कर रह गई.
यूपीः बसपा एक सीट पर सिमटी
उत्तर प्रदेश में कभी बहुजन समाज पार्टी पहले नंबर की हुआ करती थी. बीएसपी ने गठबंधन पर और अपने दम पर भी सरकार चलाई है. पार्टी की मुखिया मायावती सूबे की 4 बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. लेकिन इस बार उनकी पार्टी एक सीट ही जीत सकी. पार्टी को बलिया की रसड़ा सीट पर जीत 6,583 वोटों के अंतर से जीत मिली है. 2017 में बीएसपी ने 19 सीटें जीती थीं. हालांकि, एक सीट जीतने के बाद भी बीएसपी का वोट शेयर 13% के आसपास है.
ये भी पढ़ें-- Election Results: कोई उम्मीदवार 50 वोट से हारा तो कोई 276 वोट से, इन सीटों पर सबसे कम रहा हार-जीत का अंतर
पांचों राज्यों में कांग्रेस की हालत खराब
पांचों राज्यों में कांग्रेस कोई खास कमाल नहीं कर सकी है. उल्टा उसे नुकसान ही हो गया है. कांग्रेस के हाथ से पंजाब भी चला गया है. पार्टी यहां सिर्फ 18 सीट ही जीत सकी. उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस सभी 403 सीटों पर लड़ी, लेकिन जीत सिर्फ दो पर ही मिली. उत्तराखंड में भी पार्टी 19 सीटों पर ही सिमट गई. वहीं, मणिपुर में 5 और गोवा में 11 सीट ही जीत सकी. इन पांचों राज्यों में विधानसभा की 690 सीटें हैं, जिनमें से 680 पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से कांग्रेस सिर्फ 56 सीटें ही जीत सकी है.
ओवैसी की AIMIM एक भी सीट नहीं जीत सकी
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में भी AIMIM के उम्मीदवार उतारे. उन्होंने 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उनमें से एक भी नहीं जीत सका है. ओवैसी की पार्टी को यूपी में मात्र 4.50 लाख के आसपास वोट मिले हैं. प्रतिशत में देखें तो ये आंकड़ा 0.49% होता है. ओवैसी की पार्टी के 70 से ज्यादा उम्मीदवार 5 हजार से भी ज्यादा वोट हासिल नहीं कर पाए हैं. उत्तर प्रदेश में राजनीतिक भूमि तलाश रही AIMIM इस चुनाव में बड़ी लूजर साबित हुई है.