पेमेंट प्लेटफॉर्म रेजरपे (Razorpay) ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के साथ डोनर डेटा साझा करने के आरोपों पर आधिकारिक बयान जारी किया. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, Razorpay की ओर से कहा गया कि फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट 'आल्ट न्यूज' सिर्फ घरेलू भुगतान वाला चंदा ही ले सकती थी और विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम (FCRA) के बगैर विदेशी लेनदेन की इजाजत नहीं थी.
रेजरपे के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हर्षिल माथुर ने ट्विटर पर लिखा है कि उनके पेमेंट प्लेटफॉर्म ने आल्ट न्यूज मामले में जांच के दायरे वाले 'सिर्फ खास आंकड़े' ही जांच अधिकारियों के साथ शेयर किए हैं.
सिर्फ घरेलू भुगतान को स्वीकार करने के लिए ही स्वीकृत
दिल्ली पुलिस ने आल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को एक मामले में गिरफ्तार करने के बाद पिछले हफ्ते एक स्थानीय अदालत में कहा था कि इस वेबसाइट की तरफ से FCRA का कथित रूप से उल्लंघन किए जाने की जांच की जा रही है. माथुर ने कहा, मैं यह कहना चाहता हूं कि संबंधित कारोबार सिर्फ घरेलू भुगतान को स्वीकार करने के लिए ही स्वीकृत था. यह चंदा के लिए एफसीआरए अनुमति के बगैर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की इजाजत न देने की हमारी नीति के अनुरूप ही है.
लिखित नोटिस के बाद किया शेयर
उन्होंने कहा कि सोमवार को एक विशेष समयावधि के लेनदेन संबंधी आंकड़े साझा करने का लिखित नोटिस रेजरपे को मिला था. माथुर ने कहा कि कानूनी सलाह के बाद पुलिस के साथ इस नोटिस का पालन करने का फैसला किया गया. इसलिए हमने डोनर का पैन, पता, पिन कोड आदि साझा नहीं किया, जो हमें लगता है कि ये जांच के दायरे से बाहर थे.
बयान में ये बातें भी शामिल
बयान में कहा गया कि विभिन्न पहचान और समाज के वर्गों से संबंधित 2300 से ज्यादा लोगों द्वारा निर्मित एक मिशन के तहत चलने वाले व्यवसाय के रूप में, हम रेजरपे में अपने ग्राहकों की सेवा करने, उनके विश्वास को बनाए रखने और अच्छे कॉर्पोरेट एडमिनिस्ट्रेशन का अभ्यास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम किसी भी मुद्दे को और स्पष्ट करने या कोई प्रतिक्रिया लेने के लिए आगे भी उपलब्ध रहेंगे.
ऑल्ट न्यूज के यह कहने पर कि जानकारी साझा करने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया गया था, माथुर ने कहा कि रेजरपे ने बिजनेस से जुड़े रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया था, लेकिन उन तक नहीं पहुंच सके. माथुर ने कहा कि हम समझते हैं कि ऐसी स्थिति में उनके लिए फोन पर बात करना मुश्किल हो सकता था.
एजेंसी से इनपुट सहित