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सीवी आनंद बोस होंगे बंगाल के नए राज्यपाल, ऐसा रहा कलेक्टर से गवर्नर बनने तक का सफर

राष्ट्रपति भवन ने गुरुवार को इस संबंध में एक विज्ञप्ति जारी की है. बोस (71) केरल कैडर के 1977 बैच के (रिटायर्ड) भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं. 2011 में रिटायर होने से पहले नेशनल म्यूजियम में एक प्रशासक के रूप में काम किया था.

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रिटायर्ड IAS अधिकारी डॉ सी.वी आनंद बोस
रिटायर्ड IAS अधिकारी डॉ सी.वी आनंद बोस

रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डॉ सी.वी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया. राष्ट्रपति भवन ने गुरुवार को इस संबंध में एक विज्ञप्ति जारी की है. बोस (71) केरल कैडर के 1977 बैच के (रिटायर्ड) भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं. उन्होंने कलेक्टर से गवर्नर बनने का लंबा सफर तय किया है. उन्होंने आखिरी बार 2011 में रिटायर होने से पहले नेशनल म्यूजियम में एक प्रशासक के रूप में काम किया था. वह केंद्र में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, "भारत के राष्ट्रपति डॉ सी.वी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल के नियमित राज्यपाल के रूप में नियुक्त करके प्रसन्न हैं. उनकी नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी."

बता दें कि इसी साल जुलाई में जगदीप धनखड़ को एनडीए द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन पश्चिम बंगाल का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे. पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने बुधवार को दावा किया था कि राज्य को जल्द ही एक नया राज्यपाल मिलेगा, जो धनखड़ के नक्शेकदम पर चलेगा. 

भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने जाने से पहले धनखड़ लगभग तीन वर्षों तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति और अन्य मुद्दों पर ममता बनर्जी सरकार के साथ उनकी टकरार खुलकर सामने आती रही थी. 

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गौरतलब है कि बोस ने अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र दोनों में अलग-अलग पदों पर काम किया है. वह केरल में क्विलोन जिले (अब कोल्लम) के कलेक्टर रहे हैं. उनके आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री के सचिव और कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया.

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