भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी जारी है. आंकड़े बताते हैं कि देश में 42 फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज दी जा चुकी है. इसमें 9 राज्य ऐसे हैं जहां के 60 फीसदी से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स वैक्सीन लगवा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बुधवार सुबह तक 1,21,65,598 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है. इसमें निर्धारित लक्ष्य के 68% स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई.
वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने के बाद से चार सप्ताह पूरा करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों में से 62% स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 1,21,65,598 से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं. इनमें से करीब 1.04 करोड़ लोगों को पहली डोज दी गई है और 12.61 लाख लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है. सक्रिय मामलों की संख्या अब 1,50,000 से भी कम है.
इन 10 राज्यों में सबसे कम वैक्सीनेशन
भारत में पिछले 24 घंटे में 13,742 नए मामले
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 13,742 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,10,30,176 हो गई है. वहीं, मंगलवार को 104 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,56,567 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 1,46,907 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,07,26,702 है.
दो राज्यों में 75% एक्टिव केस
वहीं महाराष्ट्र और केरल में सक्रिय मामलों ने परेशानी बढ़ा दी है. आंकड़ों के मुताबिक केरल और महाराष्ट्र में अभी भी कोरोना के 75% सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है. केरल में देश के लगभग 38% सक्रिय मामले हैं. महाराष्ट्र में देश के लगभग 37% सक्रिय मामले हैं.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 6218 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए. वहीं, राज्य में 5869 मरीज ठीक हुए और 51 मरीजों की मौत हो गई.
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में आज 145 नए कोविड मामले सामने आए, 130 मरीज ठीक हुए और 2 मौतें दर्ज की गई हैं.
भारत में कोरोना वायरस के लिए टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी, जिसके बाद से अब तक 2.5 लाख से अधिक सत्रों में, 64.7 लाख स्वास्थ्यकर्मी और 41.1 लाख से अधिक फ्रंटलाइन वर्करों ने पहली डोज ली. इसके अलावा, लगभग 13.2 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी डोज मिली.
वैक्सीनेशन के मामलें में बेहतर प्रदर्शन करने वालों में 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं. इन राज्यों में शामिल हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, तेलंगाना, गुजरात और त्रिपुरा ने अपने 75% से अधिक योग्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक दे दी है.