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'कोर्ट की अवमानना से ना डरें, मैं शेर हूं...', बयान पर घिरे त्रिपुरा के CM बिप्लब देब

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Biplab Kumar Deb) ने 'कोर्ट की अवमानना से बिना डरे' काम करने की सलाह दी, जिसपर विवाद हो गया है.

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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब
स्टोरी हाइलाइट्स
  • त्रिपुरा के CM बिप्लब देब फिर घिरे
  • बयानों को लेकर पहले भी रहे हैं चर्चा में

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Biplab Kumar Deb) जो कि अपने बयानों को लेकर पहले भी चर्चा में रहे हैं, उनके एक और बयान पर विवाद हो गया है. शुक्रवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Biplab Kumar Deb on contempt of court) ने सिविल सेवा के अधिकारी और कर्मचारियों से कहा कि उन्हें लोगों के लिए 'कोर्ट की अवमानना से बिना डरे' काम करना चाहिए क्योंकि सरकार को कोर्ट नहीं चलाते हैं.

अपने बयान पर बिप्लब देब घिर गए हैं. टीएमसी सांसंद अभिषेक बनर्जी ने उनके बयान का एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उनका यह बयान शर्मनाक है और लोकतंत्र का मजाक बनाने वाला है.

हमें लोगों ने चुना, कोर्ट ने नहीं- बिप्लब देब

अगरतला में त्रिपुरा सिविल सर्विस ऑफिसर्स असोसिएशन को संबोधित करते हुए बिप्लब देब ने कहा था, 'हम लोगों द्वारा चुनी गई सरकार हैं कोर्ट द्वारा नहीं. कोर्ट लोगों के लिए है. लोग कोर्ट के लिए नहीं.'

इतना ही नहीं बिप्लब देब ने आगे कहा कि उनके पूर्व मुख्य सचिव बार-बार उनको कोर्ट की अवमानना से सावधान होने को कहते थे, बावजूद इसके उनकी कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों में एडहॉक का प्रमोशन किया जो कि सुप्रीम कोर्ट में काफी वक्त से लंबित है.

जो सरकार चलाता है वह शेर होता है - त्रिपुरा सीएम

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कार्यक्रम में बिप्लब देब ने कहा, 'चीफ सेक्रेटरी बार-बार कहते थे कि ऐसा नहीं हो सकता. लेकिन मैं कहता कि कैबिनेट यह फैसला जरूर लेगी. मैं मांग कर रहे लोगों को कब तक बैठा कर रख सकता हूं? यह उन लोगों के साथ अन्याय होता जो लोग प्रमोशन लिए बिना ही रिटायर हो जाते.'

'वे (चीफ सेक्रेटरी) मुझे कोर्ट की अवमानना का डर दिखाते थे. जैसे कोर्ट की अवमानना कोई शेर है. मैं शेर हूं, जो शख्स सरकार चलाता है, उसपर सारी शक्ति होती है.'

त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने आगे लोकसभा स्पीकर रहे सोमनाथ चैटर्जी का एक बयान भी बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोर्ट विधानसभा द्वारा बनाए गए कानूनों का पालन कराने के लिए होता है. देब ने आगे कहा कि पिछले चीफ सेक्रेटरी पद से इसलिए हटे क्योंकि वह कोर्ट की अवमानना से बहुत डरते थे. देब बोले, 'चीफ सेक्रेटरी मुझसे कहते थे कि कोर्ट की अवमानना की वजह से उनको जेल जाना पड़ सकता है, इसमें मैंने उनको फेयरवेल देकर विदा किया.'

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