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बजरंग मुनी, पुलकित महाराज, कालीचरण, यति नरसिंहानंद तक...जहरीले बोल ने दिखाई जेल

बजरंग मुनी, पुलकित महाराज, कालीचरण और यति नरसिंहानंद अपने बयानों को लेकर विवादों में हैं. जहां रायपुर में हुई धर्म संसद कालीचरण ने महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था. इसे लेकर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. उधर, नरसिंहानंद ने दिल्ली में आयोजित एक धर्म संसद में मुस्लिमों को लेकर विवादित बयान दिया.

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बजरंग मुनी और यति नरसिंहानंद (फाइल फोटो)
बजरंग मुनी और यति नरसिंहानंद (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीतापुर में विवादित बयान देने पर बजरंग मुनी गिरफ्तार
  • हिंदुओं को आतंकी बनने के लिए उकसाने वाले पुलकित भी गिरफ्तार

देश के तमाम शहरों में पिछले कुछ महीनों में 'धर्म संसद' का आयोजन किया गया था. आरोप है कि इन धर्म संसदों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी की गई. हरिद्वार से रायपुर और दिल्ली तक हुईं इन 'धर्म संसद' में कालीचरण, यति नरसिंहानंद, पुलकित महाराज, बजरंग मुनी जैसे संत काफी चर्चा में रहे. इन संतों के भड़काऊ भाषणों के चलते काफी बवाल भी हुआ. मामला पुलिस थानों से होते हुए कोर्ट-कचहरी और सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. आइए जानते हैं ऐसे ही संतों के बारे में जिनके बयानों पर काफी बवाल हुआ है.

बजरंग मुनी: खैराबाद स्थित बड़ी संगत के महंत बजरंग मुनी ने सीतापुर में विवादित बयान दिया था. वीडियो वायरल में वह भीड़ के सामने एक समुदाय की महिलाओं और बेटियों को घर से उठाकर रेप करने की बात कर रहा था. वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस एक्टिव हुई. इसके बाद बजरंग मुनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. हालांकि, बाद में बजरंग मुनि ने वीडियो जारी कर माफी मांगी. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा, उनकी किसी बात से किसी को ठेस पहुंचा हो तो वे सभी माताओं बहनों से क्षमा मांगता हूं. मैं सभी नारी जाति का सम्मान करता हूं. 

बजरंग मुनी उर्फ अनुपम मिश्रा खैराबाद कस्बे के महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासीन आश्रम के महंत हैं. बताया जा रहा है कि बजरंग मुनी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह नवरात्रि और हिंदू नववर्ष के अवसर का है. आरोप है कि बजरंग मुनी ने मस्जिद के पास लाउडस्पीकर से विवादित भाषण दिया. 

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पुलकित महाराज: यूपी पुलिस ने हाल ही में गाजियाबाद से खुद को आध्यात्मिक गुरु बताने वाले पुलकित मिश्रा उर्फ पुलकित महाराज को गिरफ्तार किया है. पुलकित महाराज पर कथित तौर पर हिंदुओं को आतंकी बनने के लिए उकसाने का आरोप है. पुलकित महाराज का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें पुलकित मिश्रा ने कहा था कि वो अब आतंकी बन जाएं और गोलियों से जवाब दें.

पुलकित मिश्रा को इससे पहले 2018 में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था. आरोप था कि पुलकित खुद को पीएम मोदी का अध्यात्मिक गुरु बताता था और तमाम राज्यों में भ्रमण के दौरान वीवीआईपी सुविधाएं लेता था. वह खुद को दिल्ली की एक मिनिस्ट्री में सीनियर ऑफिसर भी बताता था. बाद में पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं है. 

कालीचरण महाराज : कुछ समय पहले भोजपुर के शिव मंदिर में शिव तांडव स्तोत्र गाते हुए एक संत का वीडियो काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में नजर आने वाले शख्स और कोई नहीं बल्कि कालीचरण महाराज थे. देखते ही देखते कालीचरण महाराज को हर कोई पहचानने लगा. लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर जो कहा, उसके बाद उनका काफी विरोध हुआ. 

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महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले कालीचरण ने महात्मा गांधी को लेकर धर्म संसद में विवादित टिप्पणियां की थीं. इसके बाद कालीचरण पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने केस दर्ज किया था. छत्तीसगढ़ पुलिस ने 30 दिसंबर को मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल खजुराहो से गिरफ्तार किया था. इस मामले में कालीचरण महाराज को करीब 90 दिन जेल में रहना पड़ा, फिलहाल वह जमानत पर बाहर है. जेल से बाहर आने के बाद भी कालीचरण ने कहा था कि उन्होंने गांधी को लेकर जो कहा, उसे लेकर उन्हें कोई पछतावा नहीं है. 

यति नरसिंहानंद : यति नरसिंहानंद सरस्वती गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत हैं. वे जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर भी हैं. नरसिंहानंद का असली नाम दीपक त्यागी है और वे यूपी के मेरठ के रहने वाले हैं. नरसिंहानंद अपने विवादों के चलते चर्चा में बने रहते हैं. पहले महिलाओं के खिलाफ बयान को लेकर भी उनकी काफी आलोचना हुई थी. हाल ही में उन्होंने दिल्ली में हुई एक धर्म संसद में मुस्लिमों को लेकर बयान दिया था. हिंदू महासभा एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए नरसिम्हानंद ने कहा था कि अगर देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता है, तो अगले 20 साल में 50% हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन हो जाएगा. यह पहला मौका नहीं है कि जब नरसिंहानंद इस तरह के मामले में चर्चा में आए हों, इससे पहले हरिद्वार में पिछले साल दिसंबर में हुई धर्मसंसद में भी उनके बयान को लेकर मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था. अभी वे इस मामले में जमानत पर हैं.

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